Anil Joshi's Blog (67)

Street philosopher

Thomas Kitson, one-time metropolitan art critic, arrives as the battlefields of the Crimea as the London Courier’s man on the ground. It is a dangerous place and the last thing the commanding officers want is a newspaperman getting in the way, asking difficult questions. Then he is witness to an act of unbelievable treachery and betrayal and, as Sebastopol burns, Kitson flees to England, trying to escape the atrocities he has seen. Desperate for normality, he takes up the only position…

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Added by Anil Joshi on May 23, 2013 at 10:40am — No Comments

vasim Barelvi

अपने हर लफ़्ज़ का ख़ुद आईना हो जाऊँगा
उसको छोटा कह के मैं कैसे बड़ा हो जाऊँगा

तुम गिराने में लगे थे तुमने सोचा भी नहीं
मैं गिरा तो मसअला बनकर खड़ा हो जाऊँगा

मुझको चलने दो अकेला है अभी मेरा सफ़र
रास्ता रोका गया तो क़ाफ़िला हो जाऊँगा

सारी दुनिया की नज़र में है मेरी अह्द-ए-वफ़ा
इक तेरे कहने से क्या मैं बेवफ़ा हो जाऊँगा

 ( vasim Barelvi)

Added by Anil Joshi on May 19, 2013 at 3:01pm — No Comments

Happy weekend

એક ઉનાળુ બપોર પાંખ વીંઝતો ડાળ હલાવી કાક્ડીયો કુંભાર ઊડ્યો કે આખેઆખા જંગલમાં કલશોર એક ઝાડને લાલ કીડીએ ચટકા એટલા ભરિયા કે તે બની ગયું ગુલમહોર લૂગડાં માફક ક્યાંક સૂકાતું તિરાડના ચિતરામણ પહેરી કાદવિયું મેદાન નીલ ગગનમાં કુંજડિયોની હાર લગોલગ ધુમાડાની કેડી પાડતું ઊડતું એક વિમાન કાબરચીતરી ભોય ઉપરથી સાવ અચાનક ઊડ્યા તણખલા અટવાયા જઈ થોર એક ઝાડને લાલ કીડીએ ચટકા એટલા ભરિયા કે તે બની ગયું ગુલમહોર ( પાણીમાં ગાંઠ પડી જોઈ )

Added by Anil Joshi on May 18, 2013 at 1:26pm — No Comments

i miss you Ramesh

Added by Anil Joshi on May 17, 2013 at 2:32am — 3 Comments

ज्ञानप्रकाश विवेक

वो कोई और नहीं दोस्तो ! अँधेरा है

दीया सिलाई जलाकर खड़ा है हँसता हुआ

पोस्टर सारे पुराने हो गये माहौल के

जाने कब बदली हुई आबो-हवा लाएँगे लोग

मोम की तार में अंगारे पिरो दूँ यारो

मैं भी कर गुज़रूँ कोई काम दिखाने वाला

वो तितलियों को सिखाता था व्याकरण यारो !

इसी…

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Added by Anil Joshi on May 16, 2013 at 12:12pm — No Comments

Kavyvishv

મારા દિમાગમાં હજી અમદાવાદ ભર્યું છે .ગ્રીષ્મનો તડકો ખીચોખીચ દિમાગમાં ભરેલો છે અમદાવાદ મ્યુનિસિપલ કોર્પોરેશન આયોજિત પુસ્તક મેળાનો આનદ ખુબ છે .અનેક સર્જક મિત્રોને મળવાનું થયું . નરેન્દ્ર મોદી સાહેબ પણ થોડીક સેકન્ડો માટે મારી તબિયતના ખબરઅંતર પૂછી ગયા એનો મને આનદ છે . પુસ્તકમેળાનું આયોજન ખુબ સુંદર હતું .નરેન્દ્રભાઈ પોતે કવિતા લખેછે એટલે એક કવિમિત્રના નાતે મારે પુસ્તક મેળામાં મને જે નાં ગમ્યું એની વાત મારે મિત્ર દાવે એમને કહેવી છે . પુસ્તકમેળો જે સ્થળે યોજાયો હતો એના વિરાટ સભાગૃહના…

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Added by Anil Joshi on May 15, 2013 at 11:32am — No Comments

How to say Goodbye

પશ્ચિમની અંગ્રેજી કવિતા વિશે ભાવકોમાં એક મોટી ગેરસમજ ઊછરતી આવી છે. આપણે એવું માનીએ છીએ કે પશ્ચિમની કવિતામાં ‘કન્યાવિદાય’ જેવો પ્રસંગ આવે જ નહીં. ચર્ચમાં લગ્ન કરીને સહુ છુટા પડી જાય છે. અંગ્રેજી કવિતામાં સમી સાંજના ઢોલ ઢબૂકતા નથી. ‘દાદા હો દીકરી’ જેવાં ગીતો નથી ગવાતાં.

એક આવી સમજણ આપણા અસંપ્રજ્ઞાત માનસમાં ઊછરતી આવી છે, પરંતુ આ વાત સાવ ખોટી છે. હું લંડનમાં હતો ત્યારે મેં માઇકલ સ્મિથનું એક વીડિયો આલબમ એન્જોય કર્યું. આલબમનું શીર્ષક હતું, ‘How to say goodbye.’ આખું ગીત દીકરી જ્યારે…

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Added by Anil Joshi on May 14, 2013 at 5:40pm — 2 Comments

Saahir Ludhianvi

अश्कों में जो पाया है वह गीतों में दिया है
इस पर भी सुना है कि, जमाने को गिला है
जो तार से निकली है वह धुन सबने सुनी है
जो साज पे गुजरी है, वह किस दिल को पता है
हम फूल हैं, औरों के लिए लाए हैं खुशबु
अपने लिए ले दे के बस इक दाग मिला है

- साहिर लुधियानवी

Added by Anil Joshi on May 13, 2013 at 12:34pm — No Comments

saahir Ludhianvi

अश्कों में जो पाया है वह गीतों में दिया है
इस पर भी सुना है कि, जमाने को गिला है
जो तार से निकली है वह धुन सबने सुनी है
जो साज पे गुजरी है, वह किस दिल को पता है
हम फूल हैं, औरों के लिए लाए हैं खुशबु
अपने लिए ले दे के बस इक दाग मिला है

- साहिर लुधियानवी

Added by Anil Joshi on May 13, 2013 at 12:31pm — No Comments

Poem on Mother's Day

बच्ची हो गई अम्मा

गोरी से पीली,

पीली से काली हो गई है अम्मा

इक दिन मैंने देखा

सचमुच बूढ़ी हो गई है अम्मा 

कुछ बादल बेटे ने लूटे,

कुछ…

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Added by Anil Joshi on May 12, 2013 at 6:17am — No Comments

Poem on Mothers Day

बच्ची हो गई अम्मा

गोरी से पीली,

पीली से काली हो गई है अम्मा

इक दिन मैंने देखा

सचमुच बूढ़ी हो गई है अम्मा 

कुछ बादल बेटे ने लूटे,

कुछ…

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Added by Anil Joshi on May 12, 2013 at 6:15am — No Comments

Published on 08/05/2013 15:53 It was a test of nerve, skill and memory for Spalding High School student Eleanor Toal (16) who reached the national finals of a poetry recital competition for young p…

It was a test of nerve, skill and memory for Spalding High School student Eleanor Toal (16) who reached the national finals of a poetry recital competition for young people.

Eleanor, from Spalding, was up against 37 other 16 to 18-year-olds from across England at the Poetry by Heart finals held at the National Portrait Gallery in…

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Added by Anil Joshi on May 11, 2013 at 7:54pm — No Comments

Spalding High School student Eleanor Toal who reached the finals of a national poetry recital competition for young people.

Spalding High School student Eleanor Toal who reached the finals of a national poetry recital competition for young people.

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Added by Anil Joshi on May 11, 2013 at 7:40pm — No Comments

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Added by Anil Joshi on May 11, 2013 at 8:27am — No Comments

Debt Bomb

Added by Anil Joshi on May 11, 2013 at 8:25am — No Comments

Nida fazali

निदा फ़ाज़ली को 20 अप्रैल को राष्ट्रपति ने पद्मश्री से नवाजा। 21 को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में मित्र नाज़िम नक़वी ने एक पार्टी की। 22 तारीख को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में ही निदा ने क़ौमी काउंसिल के एक मुशायरे में शिरकत की। निदा ने एक शेर पढ़ा, जो सुनने वालों में कुछ को नागवार गुजरा और उनसे माफी मांगने को कहा गया। निदा ने माफी नहीं मांगी और अपनी जगह जाकर बैठ गए। उनका शेर इस तरह थाः 



उठ-उठ के मसजिदों से नमाज़ी चले गए

दहशतगरों के हाथ में इसलाम रह…

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Added by Anil Joshi on May 10, 2013 at 1:23pm — 1 Comment

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Added by Anil Joshi on May 10, 2013 at 1:14pm — 1 Comment

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Added by Anil Joshi on May 10, 2013 at 1:13pm — No Comments

Taagor's children story

એક દિવસ ઘરમાં બાળક જીદે ચડ્યું . વેન લીધું કે મારે જંગલમાં જવું છે .ઘરના વડીલો સમજાવવા લાગ્યા કે " બેટા , જંગલમાં નો જવાય . તું હજી નાનો છે .ત્યાં વાઘ દીપડા હોય .પણ બાળક જીદ છોડે જ નહિ ..બસ એક જ વેન લીધું કે મારે જંગલમાં જાવું છે .રામ લક્ષ્મણ અને સીતા જંગલમાં ગયા હતા તો પછી હું કેમ જંગલમાં નાં જાઉં? બસ ,મારે જંગલમાં જવું જ છે " ઘરના વડીલો એ બહુ સમજાવ્યું કે કે " જંગલમાં જઈશ તો ત્યાં રાક્ષસો આવશે . શુર્પનખા  આવશે .રાવણ આવશે " આ સાંભળીને બાળક કહે " રાવણ આવશે તો મને હેરાન નહિ કરે કારણકે…

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Added by Anil Joshi on May 10, 2013 at 9:31am — No Comments

Poet Robert Frost Reciting His Own Poetry to Students

Added by Anil Joshi on May 8, 2013 at 7:18pm — No Comments

Blog Posts

परिक्षा

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments

होती है आज के युग मे भी परिक्षा !



अग्नि ना सही

अंदेशे कर देते है आज की सीता को भस्मीभूत !



रिश्तों की प्रत्यंचा पर सदा संधान लिए रहेता है वह तीर जो स्त्री को उसकी मुस्कुराहट, चूलबलेपन ओर सबसे हिलमिल रहेने की काबिलियत पर गडा जाता है सीने मे !



परीक्षा महज एक निमित थी

सीता की घर वापसी की !



धरती की गोद सदैव तत्पर थी सीताके दुलार करने को!

अब की कुछ सीता तरसती है माँ की गोद !

मायके की अपनी ख्वाहिशो पर खरी उतरते भूल जाती है, देर-सवेर उस… Continue

ग़ज़ल

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments

इसी बहाने मेरे आसपास रहने लगे मैं चाहता हूं कि तू भी उदास रहने लगे

कभी कभी की उदासी भली लगी ऐसी कि हम दीवाने मुसलसल उदास रहने लगे

अज़ीम लोग थे टूटे तो इक वक़ार के साथ किसी से कुछ न कहा बस उदास रहने लगे

तुझे हमारा तबस्सुम उदास करता था तेरी ख़ुशी के लिए हम उदास रहने लगे

उदासी एक इबादत है इश्क़ मज़हब की वो कामयाब हुए जो उदास रहने लगे

Evergreen love

Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments

*પ્રેમમય આકાંક્ષા*



અધૂરા રહી ગયેલા અરમાન

આજે પણ

આંટાફેરા મારતા હોય છે ,

જાડા ચશ્મા ને પાકેલા મોતિયાના

ભેજ વચ્ચે....



યથાવત હોય છે

જીવનનો લલચામણો સ્વાદ ,

બોખા દાંત ને લપલપતી

જીભ વચ્ચે



વીતી ગયો જે સમય

આવશે જરુર પાછો.

આશ્વાસનના વળાંકે

મીટ માંડી રાખે છે,

ઉંમરલાયક નાદાન મન



વળેલી કેડ ને કપાળે સળ

છતાંય

વધે ઘટે છે હૈયાની ધડક

એના આવવાના અણસારે.....



આંગણે અવસરનો માહોલ રચી

મૌન… Continue

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो

यूँ तो जलती है माचिस कि तीलियाँ भी

बात तो तब है जब धहकती मशाल बनो



रोक लो तूफानों को यूँ बांहो में भींचकर

जला दो गम का लम्हा दिलों से खींचकर

कदम दर कदम और भी ऊँची उड़ान भरो

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो



यूँ तो अक्सर बातें तुझ पर बनती रहेंगी

तोहमते तो फूल बनकर बरसा ही करेंगी

एक एक तंज पिरोकर जीत का हार करो

जिन्दा हों तो जिंदगी… Continue

No more pink

Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment

नो मोर पिंक

क्या रंग किसी का व्यक्तित्व परिभाषित कर सकता है नीला है तो लड़का गुलाबी है तो लड़की का रंग सुनने में कुछ अलग सा लगता है हमारे कानो को लड़कियों के सम्बोधन में अक्सर सुनने की आदत है.लम्बे बालों वाली लड़की साड़ी वाली लड़की तीख़े नयन वाली लड़की कोमल सी लड़की गोरी इत्यादि इत्यादि

कियों जन्म के बाद जब जीवन एक कोरे कागज़ की तरह होता हो चाहे बालक हो बालिका हो उनको खिलौनो तक में श्रेणी में बाँट दिया जता है लड़का है तो कार से गन से खेलेगा लड़की है तो गुड़िया ला दो बड़ी हुई तो डांस सिखा दो जैसे… Continue

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी

Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
न रुलाती तू मुझे अगर दर्द मे डुबो डुबो कर
फिर खुशियों की मेरे आगे क्या औकात थी
तूने थपकियों से नहीं थपेड़ो से सहलाया है
खींचकर आसमान मुझे ज़मीन से मिलाया है
मेरी चादर से लम्बे तूने मुझे पैर तो दें डाले
चादर को पैरों तक पहुंचाया ये बड़ी बात की
यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
Pooja yadav shawak

Let me kiss you !

Posted by Jasmine Singh on April 17, 2021 at 2:07am 0 Comments

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है खुद के दर्द पर खामोश रहते है जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है वो जो हँसते…

Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है

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