Made in India
Added by Jasmine Singh on January 12, 2021 at 9:06am — No Comments
शानदार रिश्ते चाहिए
तो उन्हें गहराई से निभाएं
भूल होती है सभी से
पर अपनों के ज़ख्मों पर मरहम लगाए
तेरी मीठी सी मुस्कान
दवा सा असर दिखाती है
कंधे पर रख कर सिर
जब तू मुझे समझाती है
ग़म की गहरी काली रात भी
खुशनुमा सुबहों में बदल जाती है
मैं साथ हूं तेरे ये बात जब तू दोहराती है
मिस्री सी जैसे मेरे कानों में घुल जाती है
सुनो। कह कर जब बहाने से तू मुझे बुलाती है
मेरे" जी" कहने पर फिर आंखों से शर्माती है
बिन कहे तू जब इतना प्यार…
Added by Monica Sharma on January 7, 2021 at 6:50pm — No Comments
जवाब दे सको शायद
ये तेरे लिए मुमकिन ही नही
मगर इंतजार पर आपके
बस हक़ है मेरा
बिन कहे तेरी आंखों को पढ़
ले जिस दिन
समझो इश्क़ मुकमिल हुआ मेरा उस दिन
हसरत है तेरी ज़रूरत नहीं ख्वाहिश बन जाएं
जिद है मेरी हर सांस पे तेरा नाम आए
जिस दिन देख मेरी आंखों की नमी
तुझे महसूस हो जाएं कहीं मेरी कमी
मेरे सवाल तुमसे जुड़ने का बहाना है
वरना हमें भीड़ में भी नही ठिकाना है
जीते है तुझे खुश करने को हम
तेरे आंगन में खुशियों के रंग भरने को…
Added by Monica Sharma on January 7, 2021 at 6:30pm — No Comments
तुम से लड़ते हैं के मेरे
लिए "ख़ास" हो तुम ।
अपने ना होते तो"हार"
कर जाने देते तुम्हें ।
हक़ जताते है तुम पर
क्युकिं
हक़ दिया है तुमने
बेवजह तो इजाज़त"अश्कों"
को भी नही देते हुए हम
मोनिका शर्मा
Added by Monica Sharma on December 4, 2020 at 2:12pm — No Comments
ज़िंदगी एक अंधेरे बंद कमरे सी लगने लगी है !
यहां से बाहर जाने का दरवाज़ा तो है,
पर पता नहीं किस तरफ कितनी दूर,
और उसकी चाबी का भी कुछ पता नहीं !
वो भी मेरी तरह इस अंधेरे में गुम पड़ी है कहीं !
रोशनी का एक कतरा भी अंदर आ पाता नहीं !
इसलिए वक़्त का कुछ अंदाज़ा हो पाता नहीं !
कायम रहता है तो बस अंधेरा बस खामोशी ,
और मेरी हर पल तेज होती धड़कन ,
जैसे जैसे धड़कन बढ़ती है ये घबराहट भी और बढ़ती है,
और ये अंधेरा जैसे और काला हुआ जाता है ,
जैसे…
Added by Jasmine Singh on December 2, 2020 at 11:02pm — No Comments
तुझे लिखती रहूंगी मैं
तेरे प्यार की स्याही में
अपनी कलम को डुबो कर
इस ज़िंदगी के पन्नों पे
तेरे साथ जिये लम्हों को
कविताओं में बुनकर
तुझको लिखती रहूंगी मैं
तुझको जीती रहूंगी मैं
तू वो है जो मेरे साथ है
और मेरे बाद भी रहेगा
कभी किसी के होठों में हंसेगा
किसी की आंखों से बहेगा
किसी अलमारी के पुराने
दराज की खुशबु में महकेगा
किसी की आंखों की गहराई
जब जब मेरे शब्दों में उतरेगी
तब तब मेरे बाद तुझे पढ़ने वालों के…
Added by Jasmine Singh on December 2, 2020 at 9:41am — No Comments
Your absence always silenced the distance
Perhaps it was your presence in the distance
I wonder how will I cover this distance
May be this distance is not the distance
Actually responsibilities are the distance
One day we will swim across this distance
We will float on love and mock this distance
Hail and hearty we stay away from the distance
I pray no one gets to experience the distance
©Reserved by Jasmine Singh
Added by Jasmine Singh on November 28, 2020 at 10:36pm — No Comments
ये प्रेम और परवाह की,
कवायद भी अजीब है।
पाया नही है जिसको,उसे
खोना भी नही चाहते
हो ना सके तेरे जो,
किसी और के भी होना नही चाहते
हमें इश्क़ है तुमसे, ये ज़माने को दिखाएंगे
तेरी ख़ामोशी को अपने ,बोल हम बनाएंगे
मोहब्बत आज भी तुझसे है,कल भी करेंगे
अपनी आख़िरी सांस तक,
हम मोहब्बत ही निभायेगे
तेरे सजदे में एक बार नही
सौ बार सर झुकाएंगे
अगर सच्ची है मोहब्बत मेरी,
तो सातों जन्म हम तुम्हें पाएंगे....
Added by Monica Sharma on November 27, 2020 at 8:00pm — No Comments
You should hire the right of the packers and mover in advance as this gives you many advantages. If you are thinking about the advantages, you get, then that will be more in numbers. You want the brief, then this article…
ContinueAdded by Monali Swain on November 19, 2020 at 3:23pm — No Comments
कुछ इस तरह लिपटी हैं
तेरी पलकें मेरे दिल के तारों से
मज़ार के धागों से
कोई मन्नत लिपटी हो जैसे
©Reserved by Jasmine Singh
Added by Jasmine Singh on November 13, 2020 at 9:32am — No Comments
મૃગ તરસે જળ દોડી દોડી હાથધર્યું ઝાંઝવાનીર, માનવ ભૂખ્યો પ્રેમનો મથામણ કરી પામ્યો વહેમ
શું? આ છે જિંદગી !
રોણુ જન્મ ને મરણ સમયે સમાન મનોવ્યથા, આંતરીક ગુપશુપ ચાલી રહી ભીતર
શુ ? આ છે જિંદગી !
રાજકુમારો ને મહેલોના સપનામાં રાચતા, આંખો ખુલી અરે ! આતો મૃગજળસમું સ્વપ્નલોક
શુ? આ છે જિંદગી !
મુખપર હસી ઠીઠોલી, મનમાં કરોડો તરંગ ઉછળે! વિચારે તો જાણે ઘેરો ઘાલ્યો
શુ? આ છે જિંદગી !
ભોરથતા આશબંધણીકાલે નહીતો આજે, હશે પિયુ સંગ સ્નેહમિલન પણ આતો…
ContinueAdded by Sonu on October 15, 2020 at 7:36pm — No Comments
तुझे लिखती रहूंगी मैं
तेरे प्यार की स्याही में
अपनी कलम को डुबो कर
इस ज़िंदगी के पन्नों पे
तेरे साथ जिये लम्हों को
कविताओं में बुनकर
तुझको लिखती रहूंगी मैं
तुझको जीती रहूंगी मैं
तू वो है जो मेरे साथ है
और मेरे बाद भी रहेगा
कभी किसी के होठों में हंसेगा
किसी की आंखों से बहेगा
किसी अलमारी के पुराने
दराज की खुशबु में महकेगा
किसी की आंखों की गहराई
जब जब मेरे शब्दों में उतरेगी
तब तब मेरे बाद तुझे पढ़ने वालों के…
Added by Jasmine Singh on October 15, 2020 at 1:22am — No Comments
धीरे-धीरे सब दूर होते गए
वक़्त के आगे मजबूर होते गए
रिश्तों में हमने ऐसी चोट खाई की
बस हम बेवफ़ा और सब बेकसूर होते गए
इल्ज़ामों की श्रृंखला बड़ी लंबी थी साहेब
वो लगाते गए हम मुस्कुराते गए
अपनी झुकी हुई भीगी पलकों के नीचे
जख्म ए इश्क़ हम छुपाते चले गए
बरसों किया इंतजार हमने
तेरी मीठी सी मुस्कान का
पर बेरहम तुम नजरों से
कत्ल करने को खंजर चलाते गए
जिक्र ए इश्क़ जो कभी सुनाई दे
जुबां पे तेरा नाम और
नज़रों में तेरा अक्स दिखाई…
Added by Monica Sharma on October 14, 2020 at 9:12pm — No Comments
अक्सर सिर की छत बन कर धूप और बारिश से बचा लेता है पिता...
यूं ही नहीं उसे आसमान से भी ऊंचा कहते ।
Added by Sakshi garg on October 14, 2020 at 10:16am — 1 Comment
कुछ बातें इन दो कारणों से भी तकलीफ दे देती हैं :
1• काश ! ये सब सच होता ।;
2• काश ! ये सब झूठ होता ।
Added by Sakshi garg on October 14, 2020 at 10:13am — No Comments
मुझे रखा छांव में, खुद जलते रहे धूप में...
हां मैंने देखा है फरिश्ता अपने पिता के रूप में ।।
Added by Sakshi garg on October 10, 2020 at 9:02pm — No Comments
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Posted by Jasmine Singh on January 12, 2021 at 9:06am 0 Comments 0 Likes
Posted by Monica Sharma on January 7, 2021 at 6:50pm 0 Comments 0 Likes
शानदार रिश्ते चाहिए
तो उन्हें गहराई से निभाएं
भूल होती है सभी से
पर अपनों के ज़ख्मों पर मरहम लगाए
तेरी मीठी सी मुस्कान
दवा सा असर दिखाती है
कंधे पर रख कर सिर
जब तू मुझे समझाती है
ग़म की गहरी काली रात भी
खुशनुमा सुबहों में बदल जाती है
मैं साथ हूं तेरे ये बात जब तू दोहराती है
मिस्री सी जैसे मेरे कानों में घुल जाती है
सुनो। कह कर जब बहाने से तू मुझे बुलाती है
मेरे" जी" कहने पर फिर आंखों से शर्माती है
बिन कहे तू जब इतना प्यार…
Posted by Monica Sharma on January 7, 2021 at 6:30pm 0 Comments 0 Likes
जवाब दे सको शायद
ये तेरे लिए मुमकिन ही नही
मगर इंतजार पर आपके
बस हक़ है मेरा
बिन कहे तेरी आंखों को पढ़
ले जिस दिन
समझो इश्क़ मुकमिल हुआ मेरा उस दिन
हसरत है तेरी ज़रूरत नहीं ख्वाहिश बन जाएं
जिद है मेरी हर सांस पे तेरा नाम आए
जिस दिन देख मेरी आंखों की नमी
तुझे महसूस हो जाएं कहीं मेरी कमी
मेरे सवाल तुमसे जुड़ने का बहाना है
वरना हमें भीड़ में भी नही ठिकाना है
जीते है तुझे खुश करने को हम
तेरे आंगन में खुशियों के रंग भरने को…
Posted by Monica Sharma on December 4, 2020 at 2:12pm 0 Comments 2 Likes
तुम से लड़ते हैं के मेरे
लिए "ख़ास" हो तुम ।
अपने ना होते तो"हार"
कर जाने देते तुम्हें ।
हक़ जताते है तुम पर
क्युकिं
हक़ दिया है तुमने
बेवजह तो इजाज़त"अश्कों"
को भी नही देते हुए हम
मोनिका शर्मा
Posted by Jasmine Singh on December 2, 2020 at 11:02pm 0 Comments 0 Likes
ज़िंदगी एक अंधेरे बंद कमरे सी लगने लगी है !
यहां से बाहर जाने का दरवाज़ा तो है,
पर पता नहीं किस तरफ कितनी दूर,
और उसकी चाबी का भी कुछ पता नहीं !
वो भी मेरी तरह इस अंधेरे में गुम पड़ी है कहीं !
रोशनी का एक कतरा भी अंदर आ पाता नहीं !
इसलिए वक़्त का कुछ अंदाज़ा हो पाता नहीं !
कायम रहता है तो बस अंधेरा बस खामोशी ,
और मेरी हर पल तेज होती धड़कन ,
जैसे जैसे धड़कन बढ़ती है ये घबराहट भी और बढ़ती है,
और ये अंधेरा जैसे और काला हुआ जाता है ,
जैसे…
Posted by Jasmine Singh on December 2, 2020 at 9:41am 0 Comments 0 Likes
तुझे लिखती रहूंगी मैं
तेरे प्यार की स्याही में
अपनी कलम को डुबो कर
इस ज़िंदगी के पन्नों पे
तेरे साथ जिये लम्हों को
कविताओं में बुनकर
तुझको लिखती रहूंगी मैं
तुझको जीती रहूंगी मैं
तू वो है जो मेरे साथ है
और मेरे बाद भी रहेगा
कभी किसी के होठों में हंसेगा
किसी की आंखों से बहेगा
किसी अलमारी के पुराने
दराज की खुशबु में महकेगा
किसी की आंखों की गहराई
जब जब मेरे शब्दों में उतरेगी
तब तब मेरे बाद तुझे पढ़ने वालों के…
Posted by Jasmine Singh on November 28, 2020 at 10:36pm 0 Comments 1 Like
Your absence always silenced the distance
Perhaps it was your presence in the distance
I wonder how will I cover this distance
May be this distance is not the distance
Actually responsibilities are the distance
One day we will swim across this distance
We will float on love and mock this distance
Hail and hearty we stay away from the distance
I pray no one gets to experience the distance
©Reserved by Jasmine Singh
Posted by Monica Sharma on November 27, 2020 at 8:00pm 0 Comments 3 Likes
ये प्रेम और परवाह की,
कवायद भी अजीब है।
पाया नही है जिसको,उसे
खोना भी नही चाहते
हो ना सके तेरे जो,
किसी और के भी होना नही चाहते
हमें इश्क़ है तुमसे, ये ज़माने को दिखाएंगे
तेरी ख़ामोशी को अपने ,बोल हम बनाएंगे
मोहब्बत आज भी तुझसे है,कल भी करेंगे
अपनी आख़िरी सांस तक,
हम मोहब्बत ही निभायेगे
तेरे सजदे में एक बार नही
सौ बार सर झुकाएंगे
अगर सच्ची है मोहब्बत मेरी,
तो सातों जन्म हम तुम्हें पाएंगे....
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