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Unseen Photos of Tennis Player Sania Mirza

Sania Mirza is an Indian professional tennis player who is currently ranked No. 1 in the women.....

Read Also : http://www.aankhodekhi.today/sports/unseen-photos-tennis-player-sania-mirza-4705.html

Added by jignesh parmar on July 27, 2016 at 1:29pm — No Comments

muktak

Chalvanu to fakat mare hatu,
Ne amasti bhidne joya karu.

Ek manne ketla chhe awtaran,
Ek pachhad ekne chhodya karu.

Added by URVI PANCHAL on July 27, 2016 at 12:45pm — No Comments

નિર્દોષ અનુમાન

Added by Foram Ruparelia on July 27, 2016 at 10:40am — No Comments

Letters to Hrida my granddaughter ( Part 1): આ વાદળાંઓને કોણ ચલાવે છે ?

પ્રિય હૃદા 
શિકાગોની વિરાટ લાઈબ્રેરીમાં  ફરતા કવિ ન્હાનાલાલની કાવ્યપંક્તિ યાદ આવી ગઈ "વિરાટનો હિંડોળો ઝાકમઝોળ"હૃદયના ધબકારા સાથે તને  પત્રો લખવાનો   વિચાર એકલા મને જ  નથી આવ્યો પણ  ઓસ્કાર એવોર્ડ વિજેતા વિ ખ્યાત અભિનેતા Sidney Poitier ને આવ્યો હતો આ અભિનેતાએ એની ગ્રાન્ડડોટરને પત્રો  લખ્યા છે એનું પુસ્તક અત્યારે મારા હાથમાં છે Sidney પોતે જ આ પુસ્તકની…
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Added by Facestorys.com Admin on July 27, 2016 at 7:00am — No Comments

Kuch pal unki yaad mein...

Dard to unko bhi tha.. Dard to humko bhi tha..

Bas wo chhod kar chale gaye bahaane bana kar, aur humein bahaane ko aansu ki ek boond tak nahi mili...

Chahte to yu ruswa unhe door kabhi jaane na dete.. Par kabhi unki baaton to kabhi yaadon ne humein rula diya...

Aaj in shabdo mein bhi dhundhti hu unko is kadar.. Ki kahin paas yu behadd paas unki ek ehsaas ki khusboo ki mahek aati hai...

Takra gaye yu tanhaiyo mein unki yaadon se achanak.. Ki na jaane kyu wo mere rooh se dil… Continue

Added by AMIT RAJ on July 26, 2016 at 10:50pm — No Comments

હાઇકૂ

Added by Manisha joban desai on July 26, 2016 at 5:02pm — No Comments

ऐक होरर कहानी

ऐक होरर कहानी

शामका साया 

तेज़ दौड़ती हुई ट्रेनकी खिड़कीके पास बैठी हुई तक्षवी, उड़ती हुई लटोको संभालती घडीमें टाइम देख रही थी ।बस अब आधा घंटा रहा होगा।शिमलासे और एक ट्रेन चेंज करके आगे जाना था ।उसके हसबैंड ७-८ महिने पहले तबादला होनेकी वजहसे यहाँ आये थे और वो बच्चोंकी स्कूल और बादमे टूर वगेरा का इंतज़ाम करके आज पहोच रही थी।बारिशका समय था और एकदम धुँधलासा एटमॉस्फियर था.ट्रेन में थोड़े से पेसेंजर थे ।

ट्रेनके टाइममें चेंज होनेकी वजहसे १५ मिनिटके डिस्टन्सपे ही गवर्मेंट बँगला था तो,पहोचके…

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Added by Manisha joban desai on July 26, 2016 at 5:00pm — No Comments

लघु कथा -परफ्यूम

परफ्यूम
=====

"यार ! आजकल बहुत अच्छा परफ्यूम आया है मार्किट में ।"

उसने अपनी सहेली के शरीर से पसीने की बदबू को जताने के लिए कहा ।

"कितने का है ? क्या आदतों पे भी काम करता है ?"

शब्द मसीहा

Added by kedar Nath "shabd Masiha" on July 26, 2016 at 2:39pm — No Comments

कघु कथा - प्रचार

प्रचार

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"इस बार प्रचार में अपना कोई ख़ास जोर नहीं है, पैसा भी नहीं आया पार्टी की तरफ से अभी...समझ नहीं आता क्या करें?"

"हा हा हा...क्या चिता है...जनता बहुत भावुक होती है. तुम किसी गरीब की बेटी को अपनी बेटी होने का ऐलान करो !"…

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Added by kedar Nath "shabd Masiha" on July 26, 2016 at 2:37pm — No Comments

एक मुक्तक

देख शराफत पाक की हम तनिक नहीं हैरान 
सारी दुनियाँ जानती तुझे तू कैसा पाकिस्तान 
खूब भेज आतंकी कभी न पर कश्मीर मिलेगा
जो रखेगा बुरी नजर निश्चित जाएगा शमशान

शब्द मसीहा

Added by kedar Nath "shabd Masiha" on July 26, 2016 at 2:34pm — No Comments

On The Street © Deborah L. Kelly

This work is called a Poetograph. The poem was written with inspiration from a project I am working on with a good friend. To write this, I drew from inner experience. I ran away from home in my teens and lived on the streets. I am so very fortunate, and also extremely glad that I was caught by my brother and sister and taken home where I…

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Added by Deborah L. Kelly on July 26, 2016 at 12:00pm — No Comments

Above my wounds...

New rise for adventurous morning

let me flow above my wounds



life meant for nothing till today

let me glow above my mistakes



trusted blindly for getting love

let me blow above my mind



skewed much for helping those

let me know above my heart



heard much of people for my life

let me show above their thinking



tired of them for speaking my life

let me glow my glory above their myth.



let me fly , let me… Continue

Added by Pragna Sonpal on July 26, 2016 at 8:15am — 2 Comments

ખિલ્લી ઉપર મારો ગાઉન ટીંગાડીને નીકળી જાઉં

આજે મારે આપ સહુ મિત્રો સાથે ઈજીપ્તની પ્રતિભાશાળી કવિયત્રી ઈમાન મર્સેલની કવિતાઓ વિષે થોડોક સત્સંગ કરવો છે ઈમાન માર્સેલે ફેરો યુનિવર્સીટીમાંથી એમ એ અને પી એચડી કર્યું છે. ઈમાન " ડોટર ઓફ અર્થ " નામના સામયિકની સ્થાપક અને કૉએડિટર રહી ચૂકી છે અત્યારે ઈમાન બોસ્ટનમાં એના પતિ સાથે રહે છે. બે સંતાનો મુરાદ અને ફિલિપ્સ કેનેડામાં છે. ઈમાન 1999 સુધી એરેબિક…

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Added by Anil Joshi on July 26, 2016 at 7:18am — 1 Comment

haiku

Added by Manisha joban desai on July 25, 2016 at 8:55pm — No Comments

વન ટુકા ફોર

(આ અગાઉ એક પોસ્ટ મૂકી હતી, ‘તમારી કોઈ આખરી ઈચ્છા?’ તેનો બીજો ભાગ આજે વાંચો.)

મારા મોતના પૈગામ જેવા મૃત્યુખત પર સહી કરતી વખતે મનમાં તો આવ્યું કે, આટલાં વર્ષો ગાંધીજી જેવા અક્ષર ન નીકળે એની રાખેલી કાળજી પર પાણી ફેરવી દઉં અને અગડમબગડમ અક્ષરથી સહી કરી દઉં. આમ પણ હવે એનો કોઈ અર્થ તો રહેવાનો નહોતો. બધું ઝાંખું ઝાંખું જ તો વંચાતું હતું. મારી સહી ક્યાં આ લોકો ચકાસવા બેસવાના હતા ? પણ,…

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Added by kalpana desai on July 25, 2016 at 4:00pm — No Comments

સાંજ પડે ને મારી ભીતર… --નિખિલ જોશી

સાંજ પડે ને મારી ભીતર એક અમસ્તું અંધારું કંઈ ફેલાતું રેલાતું જાણે
કાયાની કાચળીઓ કોરી અંગ અંગ એ રેતી થઈને રણ બની વિસ્તરતું 

આથમણે સૂરજ ડુબેને છાતીમાં જો ફટાક દઈ ને ફાટ ફાટ થાતી નાડીમાં 

ઉઝરડાઓ આળસ મરડે હળું હળું વહેતું આ લોહી એને 
જઈ  કરગરતું
 
ઝાંકળ જેવી નાજુક નમણી જાત લઇ ને નીસર્યાતા પણ સૂરજ ના સાતે…
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Added by Nikhil Joshi on July 25, 2016 at 11:27am — No Comments

इण्टिमेट..!

:-)
प्रतिक्षेचे पान...!
 
इण्टिमेट..!
 
"तुम्हाला लाज नाही वाटत का माझी? मी दिसायला चांगली नाही म्हणून?..." आज तिच्या या प्रश्नाने खरंच मनात विचारांचे वादळ उठले... उत्तर तिला काय द्यावं म्हणून मन…
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Added by शानिल पाटील on July 25, 2016 at 11:13am — 2 Comments

rain

..varas thi Bandh padel chhatri e kahyu chal ughdi jai Bahar varsad jevu lage chhe.!!

Added by mehul joshi on July 24, 2016 at 5:57pm — No Comments

जावे आभाळाचे गाणे रूजून

जावे आभाळाचे गाणे रुजून



निळ्याशार आभाळात

पाखरू होऊन उडावे

पंख पसरून आपले

आभाळाचे गाणे गावे



शब्दांनी सांडून द्यावी

आभाळाची प्रीती

उरातील ठोक्यांनी…

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Added by शानिल पाटील on July 24, 2016 at 1:00pm — No Comments

एक हीन्दी कहानी

कहानी

मेरा विश्र्वास

                     यूंही मोलमे घूमते हुए आठ बज चुके थे। मौनवीने मोबाईलसे नरीतको बताया ,'अभी मुझे थोड़ी देर लग जायेगी ,में मेरी ड्रेसमेकर के यहाँ जाके आउंगी । खाना खा लेना जल्दी और मेरे घर पहुंचो.सब डिज़ाइन कन्फर्म हे और मटीरिअल भी फाइनल हो गए हे बस थोड़ा समजाके निकल आती हु .' ।

'में अकेला तुम्हारे पापा- ममीसे बात करते हुए बोर हो जाऊँगा ,घर पहूंचके फोन करलो ,दस मिनटका तो रास्ता हे जल्दीसे आ जाऊंगा '

'ओके ,जल्दी आना कॉफी बनाती हुं ,आइसक्रीम के साथमे…

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Added by Manisha joban desai on July 23, 2016 at 1:30pm — 1 Comment

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परिक्षा

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments

होती है आज के युग मे भी परिक्षा !



अग्नि ना सही

अंदेशे कर देते है आज की सीता को भस्मीभूत !



रिश्तों की प्रत्यंचा पर सदा संधान लिए रहेता है वह तीर जो स्त्री को उसकी मुस्कुराहट, चूलबलेपन ओर सबसे हिलमिल रहेने की काबिलियत पर गडा जाता है सीने मे !



परीक्षा महज एक निमित थी

सीता की घर वापसी की !



धरती की गोद सदैव तत्पर थी सीताके दुलार करने को!

अब की कुछ सीता तरसती है माँ की गोद !

मायके की अपनी ख्वाहिशो पर खरी उतरते भूल जाती है, देर-सवेर उस… Continue

ग़ज़ल

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments

इसी बहाने मेरे आसपास रहने लगे मैं चाहता हूं कि तू भी उदास रहने लगे

कभी कभी की उदासी भली लगी ऐसी कि हम दीवाने मुसलसल उदास रहने लगे

अज़ीम लोग थे टूटे तो इक वक़ार के साथ किसी से कुछ न कहा बस उदास रहने लगे

तुझे हमारा तबस्सुम उदास करता था तेरी ख़ुशी के लिए हम उदास रहने लगे

उदासी एक इबादत है इश्क़ मज़हब की वो कामयाब हुए जो उदास रहने लगे

Evergreen love

Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments

*પ્રેમમય આકાંક્ષા*



અધૂરા રહી ગયેલા અરમાન

આજે પણ

આંટાફેરા મારતા હોય છે ,

જાડા ચશ્મા ને પાકેલા મોતિયાના

ભેજ વચ્ચે....



યથાવત હોય છે

જીવનનો લલચામણો સ્વાદ ,

બોખા દાંત ને લપલપતી

જીભ વચ્ચે



વીતી ગયો જે સમય

આવશે જરુર પાછો.

આશ્વાસનના વળાંકે

મીટ માંડી રાખે છે,

ઉંમરલાયક નાદાન મન



વળેલી કેડ ને કપાળે સળ

છતાંય

વધે ઘટે છે હૈયાની ધડક

એના આવવાના અણસારે.....



આંગણે અવસરનો માહોલ રચી

મૌન… Continue

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो

यूँ तो जलती है माचिस कि तीलियाँ भी

बात तो तब है जब धहकती मशाल बनो



रोक लो तूफानों को यूँ बांहो में भींचकर

जला दो गम का लम्हा दिलों से खींचकर

कदम दर कदम और भी ऊँची उड़ान भरो

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो



यूँ तो अक्सर बातें तुझ पर बनती रहेंगी

तोहमते तो फूल बनकर बरसा ही करेंगी

एक एक तंज पिरोकर जीत का हार करो

जिन्दा हों तो जिंदगी… Continue

No more pink

Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment

नो मोर पिंक

क्या रंग किसी का व्यक्तित्व परिभाषित कर सकता है नीला है तो लड़का गुलाबी है तो लड़की का रंग सुनने में कुछ अलग सा लगता है हमारे कानो को लड़कियों के सम्बोधन में अक्सर सुनने की आदत है.लम्बे बालों वाली लड़की साड़ी वाली लड़की तीख़े नयन वाली लड़की कोमल सी लड़की गोरी इत्यादि इत्यादि

कियों जन्म के बाद जब जीवन एक कोरे कागज़ की तरह होता हो चाहे बालक हो बालिका हो उनको खिलौनो तक में श्रेणी में बाँट दिया जता है लड़का है तो कार से गन से खेलेगा लड़की है तो गुड़िया ला दो बड़ी हुई तो डांस सिखा दो जैसे… Continue

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी

Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
न रुलाती तू मुझे अगर दर्द मे डुबो डुबो कर
फिर खुशियों की मेरे आगे क्या औकात थी
तूने थपकियों से नहीं थपेड़ो से सहलाया है
खींचकर आसमान मुझे ज़मीन से मिलाया है
मेरी चादर से लम्बे तूने मुझे पैर तो दें डाले
चादर को पैरों तक पहुंचाया ये बड़ी बात की
यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
Pooja yadav shawak

Let me kiss you !

Posted by Jasmine Singh on April 17, 2021 at 2:07am 0 Comments

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है खुद के दर्द पर खामोश रहते है जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है वो जो हँसते…

Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है

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