All Blog Posts (11,469)

सच

एक सवेरा सच है,
एक सांझ सच है
पेड़ों की छांव सच है,
इमारत,
मकान,
मंदिर,
मस्जिद,
ख्याल है केवल
आकाश धरा मगर सच है,
दरवाजे खिड़की झूठ है
लाँघ जाया करो
सरहदें केवल मिथ्या है
स्वतंत्रता सच है,
झूठ है अंधेरे सारे
उजाले सारे इंतजाम है
सूर्य अनंत है
सूर्य सच है,
एक सच तुम हो
तुम्हें पा लेना मगर झूठ है।

Added by Vandana Pareek on August 24, 2020 at 2:20pm — No Comments

એમ પણ બને........

ગલીએ ગલીએ તારી એક ઝલક નિહાળવા

         ભટકિયે પણ જો તુ સામે આવે,

               તો નજર ઝુકાવી પણ લઈએ

                    એમ પણ બને......

તારી સાથે મન મૂકી વાત કરવા તરસિયે, અને

           સંજોગ આવે ત્યારે મન સેવી પણ લઈએ

                   એમ પણ બને.....

Added by Jayveersinh Aswar on August 24, 2020 at 2:15pm — No Comments

ख्वाहिशों की दुनिया

चांद जितनी चाहत है,
जुगनू जितनी हैसियत है मेरी...
ख्वाहिशों की दुनिया में,
बस अधूरे ख्वाब ही मिल्कियत है मेरी..

मिल्कियत= 'जागीर', ' जायदाद '

Added by Sakshii Subhash Tiwari on August 24, 2020 at 2:06am — No Comments

मुझसा वो!

"अंजाना वो लगता है,  

खुदमें खोया रहता है! 

‍‍अनसुलझी पहेली  सा वो,  

खुदमे उलझा  सा रहता है! 

जाने क्या  तलाशे  सब में?  

खुदको ढूंढा  वो करता है! 

ढेरो सवालो  के जवाब  खोज़ता, 

खुद सवाल  बन वो फिरता है !

औरो की मन की वो जाने,  

खुद  कि बात ज़ुबाँ से कहाँ बोलता  है ?

पल-पल में वो  रूप बदलता, 

कोई बेह रूपिया लगता हैं !…

Continue

Added by Geeta Negi on August 24, 2020 at 1:05am — No Comments

"गोली "

‍‍गोली देते है किसी को ,
खुद भी गोली खाते है !
Iodex  लगा के घुटनो पे ,
काम पे चले जाते है!

खुशबू कहे या बदबू  उसकी
जो सब ही को पता चल जाती है !
हाल  ठीक नहीं हमारा
सब को खबर हो जाती है!

पर कुछ लोग यु भी आते है
जो मरहम लगाने से कतराते है
खुले ज़ख्म लिए वो फिरते  हैं
जाने क्यों सब से कतराते है!
उफ़! तक न निकले दर्द होने पर
इस कदर खुदको वो आज़माते है !
गोली देते है औरो को ,
खुदके ज़ख्म सेहलाते है!
@Geeta Negi

Added by Geeta Negi on August 24, 2020 at 1:00am — No Comments

इंतज़ार

चल लड़ ही ले फोन करके
आवाज़ तो सुनने को मिलेगी

अब थाली में रोटी भी सूखी सी है
तुझ जैसी चटपटी बात कहां मिलेगी

मैं रंग बिरंगी दुनिया का
तुझ जैसी सादगी कहां मिलेगी

मैं प्यार के मुकाम ढूंडू
तुझ से बढ़िया मंज़िल कहां मिलेगी

मेरी आंखों से टपकते बेअख्तियार आंसू
तेरे बाज़ार से बढ़िया मोल इनकी कहां मिलेगी

ओर ये तेरी बातों के किस्से
ये रात कहां रुकेगी

Added by Anmol Arora on August 23, 2020 at 10:06pm — 1 Comment

પ્રેમ નું નિદાન...

આંખો થી કહેવું આસાન નથી હોતું 

          અને ચુપ રહેવું એ સમાધાન નથી હોતું...

કહીં દો એ હૃદય ની વાત કેમ કે,

         પ્રેમ નું બીજું કોઈ નિદાન નથી હોતું.....

Added by Jayveersinh Aswar on August 23, 2020 at 12:40pm — No Comments

अनाथ

Added by Sanket Joshi on August 23, 2020 at 10:38am — No Comments

सुसाइड

सुसाइड-

आज वो सब कुछ देख रहा

था, घर की दीवारें खिड़की

पर पड़ा पर्दा, दरवाज़े की

दरार से आती धुप किताबों

पर जमी धुल, वाज़ में सूख रहे

फूल, टेबल पर रखी फैमिली

फोटो, अपने सुख चुके मन

पे, वो यादों के छींटे बार

बार मार रहा था, पर उसका

चंचल मन पिछले कई महीनों

से,पार्थिव शरीर में बदल रहा था,

अंदर से वो कबका सब कुछ त्याग

चूका था, केवल शरीर ही बचा था,

वो यह देख सकते में आ गया, और

बौखलाकर अपनी आत्मा को ढूंढ़ने लगा,

जब हताशा…

Continue

Added by Firdous on August 23, 2020 at 10:35am — No Comments

बेचारा आशिक !!

"‍‍‍बे-इन्तेहा  मोहब्बत के बदले,

इंतज़ार हासिल होता है !

इज़हार के बदले,

वो थाम के बैठते है

जो उनका  दिल,

अक्सर उन्हें

सिर्फ

बेक़रार दिल हासिल होता है !

उड़ा कर ले जाता है, कोई और ,

उसके मेहबूब को,

और

आशिक़   बेचारा,

शराफत से,

चाँद का इंतज़ार करता रह जाता है !"

@Geeta Negi…

Continue

Added by Geeta Negi on August 22, 2020 at 11:38pm — No Comments

"नादान दिल कहाँ समझता हैं !"

‍‍तू इंकार करता है,

दिल इकरार  समझता  है !

कानो के बदले,

शब्दों को तेरे ,

अपने दिल से सुनती  हूँ!

वो कहता है , छोड़ जाने को ,

ज़ेहन, साथ रहने को केहता है !

तेरा हर शब्द जो तुझसे,

मुझको दूर करता है!

कांनो से होकर, कही लुप्त हो जाता है !

सुनाई नहीं देते अलफ़ाज़,

कानो को बहरापन  आ जाता है!

बड़ा ज़िद्दी …

Continue

Added by Geeta Negi on August 22, 2020 at 11:30pm — No Comments

Last meet

Added by Tejal Gohil on August 22, 2020 at 11:19pm — No Comments

कैमरा !

‍‍‍‍लम्हों को,  कैद कर लेते है हम!

बेवजह खुदको, निहार  लेते है हम!

वक़्त बीत  जाता है, कुछ यादे दे कर!

उन यादों को,  कमरे  में कैद कर लेते है हम !



वो नज़र,  जो कमरे के उस पार से,   

देखती थी कभी, 

वो जो परफेक्ट क्लिक 

सही वक़्त पे, लिए करती थी !

उस केमरे के,…

Continue

Added by Geeta Negi on August 22, 2020 at 11:00pm — No Comments

કાગળ...!

“એક વેળા તું મને કાગળ લખી મોકલ;

            સાવ કોરી છે આંખ ,વાદળ લખી મોકલ...

ક્યાં સુધી વાંચ્યા કરું કાગળ અધૂરો હું?

           જો સમય થોડો મળે આગળ લખી મોકલ...

Added by Jayveersinh Aswar on August 22, 2020 at 9:05pm — No Comments

फ़र्क़

Added by Sanket Joshi on August 22, 2020 at 11:34am — No Comments

હાથ.....

આપ મારા હાથમાં તારો હાથ

           સર્જીએ સંસારમાં નવો ઘાટ ,

મૂળાક્ષર માં લવ અક્ષર નો સંગાથ

           એવો તારો મારો ભવ ભવનો સાથ.

Added by Jayveersinh Aswar on August 22, 2020 at 5:11am — No Comments

बागबान

बाग़बान रहे ना रहे

पेड़ सुकून देते हैं

ये बच्चे मां बाप को

जीने का जुनून देते हैं

आंगन की धूल से जाने

कब फूल बन जाते हैं

मुस्कुराहटों से अपनी

ये दुनिया को महकाते हैं

घर बसाते हैं अपना

पर फूल तो वो सब

उसी पेड़ के कहलाते हैं

बाग़बान रहे ना रहे

पेड़ सुकून देते हैं

 © Reserved by

Jasmine Singh

I dedicate this piece of my art and poem to all the parents who are doing their best just to secure the smiles of their kids.

Trees have…

Continue

Added by Jasmine Singh on August 21, 2020 at 6:06pm — 1 Comment

"शाम की पीली धूप"

"अच्छा लगता है मुझे दिन के आखिरी पहर को अकेले बिताना....

मेरे इस अकेलेपन में मेरे साथ होती है ' शाम की पीली धूप i'....



हां हां वही शाम की पीली धूप जो सर्दियों में नखरे दिखती है, और गर्मियों में हठीली हो जाती है!!!

ऐसा नहीं है कि मेरे पास बात करने को कोई है नहीं ( पर लोग सुनते कम और सवाल जादा करते हैं)!!



हां पर इस पीली धूप से बात करना अच्छा लगता है क्यूकी ये सुनती है मेरी बाते चुपचाप बिना किसी सवाल और बिना किसी उबन के.....

हां इसे जब कुछ कहना होता है तो ये… Continue

Added by Pooja Upadhyay on August 21, 2020 at 6:02pm — 1 Comment

"Busy"

He -
" कहां busy रहती हो,
'न call न online'
क्या करती हो ?
कहां रहती हो ? "


She -
" लिखती हूं पढ़ोगे क्या
पढ़ोगे तो करोगे क्या ?" !!

Added by Pooja Upadhyay on August 21, 2020 at 5:17pm — No Comments

अधूरापन...

टूटा नहीं है पर अधूरा है दिल,

' ये सफर ' जितना था नहीं उतना होगया मुश्किल।

सब अधूरेपन का कमाल है,

जो भी किया वो बेमिशाल है।

शायद ये होना जरूरी था,

अब ताकत बन गया है जो प्यार मेरी कमजोरी था।

शायद इस सागर का नहीं कोई साहिल,

और इस बूंद की नहीं कोई मंजिल।

टूटा नहीं है पर अधूरा है…

Continue

Added by Nagma Nigar on August 21, 2020 at 4:52pm — No Comments

Monthly Archives

2024

2023

2021

2020

2019

2018

2017

2016

2015

2014

2013

2012

2011

2010

2009

1999

1970

Blog Posts

परिक्षा

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments

होती है आज के युग मे भी परिक्षा !



अग्नि ना सही

अंदेशे कर देते है आज की सीता को भस्मीभूत !



रिश्तों की प्रत्यंचा पर सदा संधान लिए रहेता है वह तीर जो स्त्री को उसकी मुस्कुराहट, चूलबलेपन ओर सबसे हिलमिल रहेने की काबिलियत पर गडा जाता है सीने मे !



परीक्षा महज एक निमित थी

सीता की घर वापसी की !



धरती की गोद सदैव तत्पर थी सीताके दुलार करने को!

अब की कुछ सीता तरसती है माँ की गोद !

मायके की अपनी ख्वाहिशो पर खरी उतरते भूल जाती है, देर-सवेर उस… Continue

ग़ज़ल

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments

इसी बहाने मेरे आसपास रहने लगे मैं चाहता हूं कि तू भी उदास रहने लगे

कभी कभी की उदासी भली लगी ऐसी कि हम दीवाने मुसलसल उदास रहने लगे

अज़ीम लोग थे टूटे तो इक वक़ार के साथ किसी से कुछ न कहा बस उदास रहने लगे

तुझे हमारा तबस्सुम उदास करता था तेरी ख़ुशी के लिए हम उदास रहने लगे

उदासी एक इबादत है इश्क़ मज़हब की वो कामयाब हुए जो उदास रहने लगे

Evergreen love

Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments

*પ્રેમમય આકાંક્ષા*



અધૂરા રહી ગયેલા અરમાન

આજે પણ

આંટાફેરા મારતા હોય છે ,

જાડા ચશ્મા ને પાકેલા મોતિયાના

ભેજ વચ્ચે....



યથાવત હોય છે

જીવનનો લલચામણો સ્વાદ ,

બોખા દાંત ને લપલપતી

જીભ વચ્ચે



વીતી ગયો જે સમય

આવશે જરુર પાછો.

આશ્વાસનના વળાંકે

મીટ માંડી રાખે છે,

ઉંમરલાયક નાદાન મન



વળેલી કેડ ને કપાળે સળ

છતાંય

વધે ઘટે છે હૈયાની ધડક

એના આવવાના અણસારે.....



આંગણે અવસરનો માહોલ રચી

મૌન… Continue

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो

यूँ तो जलती है माचिस कि तीलियाँ भी

बात तो तब है जब धहकती मशाल बनो



रोक लो तूफानों को यूँ बांहो में भींचकर

जला दो गम का लम्हा दिलों से खींचकर

कदम दर कदम और भी ऊँची उड़ान भरो

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो



यूँ तो अक्सर बातें तुझ पर बनती रहेंगी

तोहमते तो फूल बनकर बरसा ही करेंगी

एक एक तंज पिरोकर जीत का हार करो

जिन्दा हों तो जिंदगी… Continue

No more pink

Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment

नो मोर पिंक

क्या रंग किसी का व्यक्तित्व परिभाषित कर सकता है नीला है तो लड़का गुलाबी है तो लड़की का रंग सुनने में कुछ अलग सा लगता है हमारे कानो को लड़कियों के सम्बोधन में अक्सर सुनने की आदत है.लम्बे बालों वाली लड़की साड़ी वाली लड़की तीख़े नयन वाली लड़की कोमल सी लड़की गोरी इत्यादि इत्यादि

कियों जन्म के बाद जब जीवन एक कोरे कागज़ की तरह होता हो चाहे बालक हो बालिका हो उनको खिलौनो तक में श्रेणी में बाँट दिया जता है लड़का है तो कार से गन से खेलेगा लड़की है तो गुड़िया ला दो बड़ी हुई तो डांस सिखा दो जैसे… Continue

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी

Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
न रुलाती तू मुझे अगर दर्द मे डुबो डुबो कर
फिर खुशियों की मेरे आगे क्या औकात थी
तूने थपकियों से नहीं थपेड़ो से सहलाया है
खींचकर आसमान मुझे ज़मीन से मिलाया है
मेरी चादर से लम्बे तूने मुझे पैर तो दें डाले
चादर को पैरों तक पहुंचाया ये बड़ी बात की
यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
Pooja yadav shawak

Let me kiss you !

Posted by Jasmine Singh on April 17, 2021 at 2:07am 0 Comments

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है खुद के दर्द पर खामोश रहते है जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है वो जो हँसते…

Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है

© 2024   Created by Facestorys.com Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Privacy Policy  |  Terms of Service