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Video call

Added by Vrushali Anil Sonawane on August 19, 2020 at 6:27pm — No Comments

Love birds

Added by Sakshi garg on August 19, 2020 at 5:27pm — No Comments

मैं तुम में ही रहूं•••

तुम्हे पाने की चाहत नहीं है मुझे,,

तुममें खो जाने की तमन्ना है,,

तुम में खुद को इस तरह गुम कर दूं,,

कि शाम ढले तुममें सो जाऊं और सुबह को धूप सी तुममें खिलू ।।…

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Added by Sakshi garg on August 19, 2020 at 5:24pm — No Comments

"वो साथ होते, तो कुछ और बात होती !"

‍‍‍‍‍‍‍‍‍वो साथ होते, तो कुछ और बात होती ,

नयी-नयी सी, हर मुलाकात  होती !

देर तक सोते, बाहो  में उनकी ,

अलसायी सी सुबह, और मीठी  होती !

वो पास में होते, तो कुछ और बात होती!

चेहरे से उनके, नज़र नहीं हटती ,

उन्हें और सुन्नते रहने की  इच्छा रहती ,

उनके साथ बैठते , जाने कब शाम होती ,

वो साथ होते , तो कुछ और बात होती !

चाय संग करते ढेरो बातें ,

कह देते उन्हें मन की सारी बाते,

यूही रहते  पास हम,

यही इक ख्वाहिश होती !…

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Added by Geeta Negi on August 19, 2020 at 5:00pm — No Comments

घर

घर-

मर चूका है,सिर्फ ढांचा

बचा है जिसमे अधमरे से रिश्ते

आखिरी सांस भर रहे हैं उनकी

आँखें बंद है,वो सच को

पुतलियों से छिपा रहे

हैं वो कमरा जिसमे बाप रहा

करता था वहां उसकी

गालियां अभी भी गूँज रही हैं

माँ का कमरा सहमा सा है

उसी की तरह,पर उसकी दिवार

पर लटकी घड़ी ने अपने टिक-टिक में

सब कुछ कैद कर लिया है घर में

लगे जाले वहां के रिश्तों जैसे

खोखले और उलझे

से है, ढहता हुआ घर

सब पर ज़ोर-ज़ोर

से ठहाके लगा रहा…

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Added by Firdous on August 19, 2020 at 12:12pm — No Comments

"मुझे, मुझमें ही मिला !"

‍‍जहाँ देखा, कुछ अनचाहा दिखा,

मन में द बा हुआ था जो,

अक्सर मुझे, वो दुनिया में दिखा !

जिस शक्श को भी देखा,

परेशां सा दिखा!

खुदमें खोया हुआ ,

किसी और को समझाता दिखा!

तलाशता रहा मन

जिसे, किसी दूसरे में,

वो  भाग मेरा अपना ,

मुझे, मुझे  ही मिला!

@Geeta…

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Added by Geeta Negi on August 19, 2020 at 12:00pm — No Comments

सूपरमैन पापा

Added by Sanket Joshi on August 19, 2020 at 11:00am — No Comments

"रूह जो कभी अमर हों जाएगी "

‍"जिस्म  के बिच रूह कही खो सी  जाएगी,

बदलते रहेंगे जिस्मो को, कपड़ो  कि तरह,

रूह जो कभी अमर हो जाएगी!

किस-किस में तलाश करेंगे?

अपनों की रूह को ,

हर चेहरे में अपना-सा कोई नज़र आएगा,

कभी जिस्म जाना पहचाना होगा,

कभी अनजाने जिस्म में,

किसी अपने कि रूह नज़र आएगी !

बहुत खौफ नाक हो जाएगी ज़िन्दगी,

जब किसी पे भरोसा करना मुश्किल हो जायेगा!

ना मौत का खौफ रहेगा,

ना ज़िन्दगी से प्यार,

कपड़ो सा जिस्म बदलेगा इंसान,

रूह जो कभी अमर हो…

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Added by Geeta Negi on August 18, 2020 at 11:30pm — No Comments

Filhaal

Filhaal hum bhale hi mil na paaye,

Aye dost hume apni yaadon mein rakhna.

Waqt hi toh bura hai, milenge zaroor,

Tab tak hume apne irado me rakhna!

                                      -Jayveersinh…

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Added by Jayveersinh Aswar on August 18, 2020 at 11:10pm — No Comments

परी हो तुम !

Added by Jasmine Singh on August 18, 2020 at 9:46pm — No Comments

बेहिसाब वक़्त और रिश्तो का एहसास !

"वक़्त कम सा लगता हैं,

अपनों संग बिताने  को!

मज़बूरी कि दूरियों में

सारा उम्र कटता हैं !

गुज़रता जाता पल,

आखरी वक़्त याद दिलाता हैं,

बहुत कम समय रह जाए तो,

अपनों कि याद दिलाता हैं!

बेहिसाब वक़्त मिल जाये तो,

एहसास ख़त्म हो  जाता है !"

-Geeta Negi…

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Added by Geeta Negi on August 18, 2020 at 9:25pm — No Comments

"अब खुदसे ही डर लगता हैं!"

अब खुदसे ही डर लगता हैं

अपने जूनून से डर लगता हैं !

देख पागलपन, तेरे लिए,

अब करीब आने से, डर लगता हैं !

जूनून जब बढ़ता जाता हैं !

अजब हाल हों जाता हैं,

बेहाली के उस आलम में

ख़ुद से ही अब डर लगता हैं!

अब उस जूनून से डर लगता हैं

तेरे करीब आने से डर लगता हैं !!

कहीं मांग ना लू तुमको, खुदा से,

दुवा करने से, डर लगता हैं !

अब खुदसे ही, डर लगता हैं,

इस पागलपन से, डर लगता हैं !

अब खुदसे ही डर लगता हैं…

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Added by Geeta Negi on August 18, 2020 at 7:05pm — 1 Comment

झुमके..♥️

सुनो..

हा माना मैं हमेशा रूठ जाया करती हूं

हर छोटी बातों पर

क्योकीं मुझे मनाने के लिए तुम

मेरे लिए कानों के झुमके ले आया करते हो,

अब ये मत कहना

झुमको के लिए रूठती हूं,



वो झुमका अपने हाथों से मेरे कानों में पहना कर

फिर जब तुम उन झुमकों के थोड़ा सा नीचे की तरफ़ झुककर अपने होंठों को रखते हो गर्दन पर मेरे और मुझे मनाने की कोशिश करते हो ना,



ये मुझे मनाने का आपका अंदाज मुझे बहुत पसंद हैं और मैं बस इसी के लिए तुमसे रूठ जाया करती हूं… Continue

Added by Aarti Sanjay Bhagat on August 18, 2020 at 6:30pm — 1 Comment

तेरी आवाज़

अब मैं इस लिए नहीं लिखती की मुझे कुछ कहना होता है,

अब मैं इस लिए लिखती हूँ

की मुझे मेरे लफ्ज़ तेरी आवाज़ में सुन्ना होता है

मैं चमक देखती हूँ तेरी इन् आँखों में

जब मेरा लिखा हर एक शब्द तू मुस्कुराते हुए पड़ता है,

वो तो मैं ही…

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Added by Vrushali Anil Sonawane on August 18, 2020 at 5:30pm — No Comments

किताब

अपनी ज़िन्दगी की किताब का हर पन्ना मैं तुम्हारे साथ ही शुरू करना चाहती हूं...

उस हर पन्ने की कहानी में तुम्हारा हाथ पकड़ के साथ चलना चाहती हूं...

उस कहानी को बेहिसाब जी कर तुम्हारे साथ तुम्हारे कांधे पे खत्म करना चाहती हूं...

मैं तो बस तुम्हे और तुम्हारा प्यार भरा साथ चाहती हूं !!

- साक्षी गर्ग…

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Added by Sakshi garg on August 18, 2020 at 5:19pm — No Comments

आई.लव.यू-

आई.लव.यू-
सुनो आई.लव.यू
कबसे बोलना चाह
रही थी तुम मुझे
कितने अच्छे लगते हो
जितना सुरमई रात
में चाँद,जितनी बारिश
की पहली बूँद, माँ
के माथे की बिंदी
रोते हुए बच्चे के
चेहरे पर अचानक से
आई हुई मुस्कान
जितनी शीत लहर की गुलाबी धुप
जितनी मिटटी की सोंधी खुशबू
कितनी बार तुम्हें
मैसेज करने की कोशिश
की पर हर बार झिझक
में उलझ के रह गई
फिर सोचा क्यों न आज
बोल ही दूँ

Added by Firdous on August 18, 2020 at 3:01pm — No Comments

વખાણ....

આમ બેફામ વખાણ ના કર્યા કર દોસ્ત

            તારી પ્રિયતમાના મારી સામે,

જો હું મારા વાળીની શબ્દોમાં ઝલક પણ બનાવી દઈશ ને

           તો હું તારા વાળી ને પણ ભુલી જઈશ..!!

                          -Jayveersinh Aswar

Added by Jayveersinh Aswar on August 18, 2020 at 12:20pm — No Comments

छिपना

Added by Sanket Joshi on August 18, 2020 at 12:08pm — No Comments

Quarantine -An Eye Opener For Me

Quarantine --An Eyeopener For Me

Relax! Relax! My mind was reminding me to just unwind all day. Are you thinking why I am relaxing today? After working for six days a week, I always keep looking at the calendar to see when the off day, Sunday, will arrive. Yes, today is Sunday. It is the day when I do not have to rush for work. To beat the time, I switched on my television set. The first thing I hear of the breaking news of Covid-19. The…

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Added by Aparna Mukherjee on August 18, 2020 at 10:52am — No Comments

" खिड़की है पर चांद नहीं "

" मेरी सामने वाली खिड़की में एक चांद का टुकड़ा ' नहीं 'रहता है...
अच्छा है ये खिड़की महज एक खिड़की है,
' मै नहीं , तुम नहीं ' !
नहीं तो कितना कुछ इसके बाहर ही रह जाता...
' दुख भी,सुख भी, प्रेम भी और मोहल्ले वालो के ताने भी' "!!
( हां सच में अच्छा है ये खिड़की महज एक खिड़की है)

Added by Pooja Upadhyay on August 17, 2020 at 9:59pm — No Comments

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परिक्षा

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments

होती है आज के युग मे भी परिक्षा !



अग्नि ना सही

अंदेशे कर देते है आज की सीता को भस्मीभूत !



रिश्तों की प्रत्यंचा पर सदा संधान लिए रहेता है वह तीर जो स्त्री को उसकी मुस्कुराहट, चूलबलेपन ओर सबसे हिलमिल रहेने की काबिलियत पर गडा जाता है सीने मे !



परीक्षा महज एक निमित थी

सीता की घर वापसी की !



धरती की गोद सदैव तत्पर थी सीताके दुलार करने को!

अब की कुछ सीता तरसती है माँ की गोद !

मायके की अपनी ख्वाहिशो पर खरी उतरते भूल जाती है, देर-सवेर उस… Continue

ग़ज़ल

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments

इसी बहाने मेरे आसपास रहने लगे मैं चाहता हूं कि तू भी उदास रहने लगे

कभी कभी की उदासी भली लगी ऐसी कि हम दीवाने मुसलसल उदास रहने लगे

अज़ीम लोग थे टूटे तो इक वक़ार के साथ किसी से कुछ न कहा बस उदास रहने लगे

तुझे हमारा तबस्सुम उदास करता था तेरी ख़ुशी के लिए हम उदास रहने लगे

उदासी एक इबादत है इश्क़ मज़हब की वो कामयाब हुए जो उदास रहने लगे

Evergreen love

Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments

*પ્રેમમય આકાંક્ષા*



અધૂરા રહી ગયેલા અરમાન

આજે પણ

આંટાફેરા મારતા હોય છે ,

જાડા ચશ્મા ને પાકેલા મોતિયાના

ભેજ વચ્ચે....



યથાવત હોય છે

જીવનનો લલચામણો સ્વાદ ,

બોખા દાંત ને લપલપતી

જીભ વચ્ચે



વીતી ગયો જે સમય

આવશે જરુર પાછો.

આશ્વાસનના વળાંકે

મીટ માંડી રાખે છે,

ઉંમરલાયક નાદાન મન



વળેલી કેડ ને કપાળે સળ

છતાંય

વધે ઘટે છે હૈયાની ધડક

એના આવવાના અણસારે.....



આંગણે અવસરનો માહોલ રચી

મૌન… Continue

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो

यूँ तो जलती है माचिस कि तीलियाँ भी

बात तो तब है जब धहकती मशाल बनो



रोक लो तूफानों को यूँ बांहो में भींचकर

जला दो गम का लम्हा दिलों से खींचकर

कदम दर कदम और भी ऊँची उड़ान भरो

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो



यूँ तो अक्सर बातें तुझ पर बनती रहेंगी

तोहमते तो फूल बनकर बरसा ही करेंगी

एक एक तंज पिरोकर जीत का हार करो

जिन्दा हों तो जिंदगी… Continue

No more pink

Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment

नो मोर पिंक

क्या रंग किसी का व्यक्तित्व परिभाषित कर सकता है नीला है तो लड़का गुलाबी है तो लड़की का रंग सुनने में कुछ अलग सा लगता है हमारे कानो को लड़कियों के सम्बोधन में अक्सर सुनने की आदत है.लम्बे बालों वाली लड़की साड़ी वाली लड़की तीख़े नयन वाली लड़की कोमल सी लड़की गोरी इत्यादि इत्यादि

कियों जन्म के बाद जब जीवन एक कोरे कागज़ की तरह होता हो चाहे बालक हो बालिका हो उनको खिलौनो तक में श्रेणी में बाँट दिया जता है लड़का है तो कार से गन से खेलेगा लड़की है तो गुड़िया ला दो बड़ी हुई तो डांस सिखा दो जैसे… Continue

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी

Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
न रुलाती तू मुझे अगर दर्द मे डुबो डुबो कर
फिर खुशियों की मेरे आगे क्या औकात थी
तूने थपकियों से नहीं थपेड़ो से सहलाया है
खींचकर आसमान मुझे ज़मीन से मिलाया है
मेरी चादर से लम्बे तूने मुझे पैर तो दें डाले
चादर को पैरों तक पहुंचाया ये बड़ी बात की
यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
Pooja yadav shawak

Let me kiss you !

Posted by Jasmine Singh on April 17, 2021 at 2:07am 0 Comments

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है खुद के दर्द पर खामोश रहते है जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है वो जो हँसते…

Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है

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