August 2020 Blog Posts (167)

શોધ.....

નીકળ્યો છું હું સુખ ની શોધ માં

       દેતવા નથી ઠરતા અંદર ના સાગર માં...

ગોતું છું ખુદ ને દિશા વગર ના રણ માં,

       મળું છું એક મૃગજળ ના રૂપ માં...

ઊડવું છે મારે મન નાં આકાશ માં,

      કેદ છું પોતાના જ પિંજરા માં..

જોયા છે મેં સાધુ ને ભગવા વસ્ત્ર…

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Added by Jayveersinh Aswar on August 30, 2020 at 12:28pm — No Comments

ज़िन्दगी या मौत? जाने कौन ज्यादा सुन्दर लगता हैं?

‍ज़िन्दगी को सुन्दर मानते  थे हम,

उसके हर एक पल को जीना  चाहते थे हम ,

जिंदगी की चाहत में जाने कितने अपनों से रुठ गए

जाने कितने दूर हो गए,

पर ज़िंदगी के आखरी पलो में ,

कितना कुछ कहने का मन करता है !

जिनसे जान बूझकर रूठ गए थे

उन्हें मानाने ,अनकही बाते सुनाने  का मन करता है !

जिन्हे इंतज़ार करवाते रहने का एहसास तक न था

आज उन संग दो घड़ी बिताने  का मन करता है !

इन आखरी पलों में एहसास हुआ जैसे

जिंदगी से सुन्दर तो मौत है ,

जब भी वो सामने आती है…

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Added by Geeta Negi on August 30, 2020 at 1:05am — 1 Comment

वो सूरज और चाँद हैं मेरा, देखो कैसे सताता हैं !

"वो सूरज है दिन के उजाले में

और चाँद है मेरी रातो  का!

झुलसती हु  तपिश में जिसकी ,

सूरज बन वो, दिन रोशन कर जाता है !

वक़्त गुजरते, शाम ढले जब,

घनघोर  अँधेरा छाता हैं,

रूप बदल वो, सावर्या

चाँद, मेरा बन जाता है!

रात डूबा कर, चांदनी में,

मुझे शीतल कर जाता है !

वो सूरज और चाँद है  मेरा,

देखो कैसे बेहलाता है?

वो सूरज और चाँद  हैं मेरा 

कुछ ऐसे मुझे सताता  है! "  

@Geeta Negi…

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Added by Geeta Negi on August 30, 2020 at 12:47am — No Comments

‍‍शौर  में चीख, सुनाई नहीं देती!

‍‍शौर  में चीख,

सुनाई नहीं देती!

किसी के अंदर की आवाज़,

बाहर नहीं आती,

कोई  देख के चीज़े,

अंदेखा करता है !

तो कोई बिन आँखों के,

सब देख लेता हैं!

कुछ हादसे,

यु घट जाते है,

भीतर से हमे,

हिल्ला  जाते है !

मन केहता है,

कैसे अनदेखा कर दू इसे?

और धीमे  हलक से

आवाज़ बहार आती है !

बाहर  के शौर में,

वो दबी रह जाती है  !

अंतर  मन में ,

द्वंध मचा कर जाती है !

अजब - गजब  की ये दुनिया है,

कोई…

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Added by Geeta Negi on August 30, 2020 at 12:00am — No Comments

Online Mohabbat

उसको जब जब ऑनलाइन देखते ही उस से बात करने का दिल करना,
लेकिन मेरे हाथों का वहीं थम जाना ये मेरी आदत सी है या फिर उससे मेरी एक तरफा मोहब्बत...
मैं इतना लापरवाह होते हुए भी उसकी बे-हद परवाह करना,
लेकिन उस पगली को इस बात का एहसास तक ना होने देना ये मेरी आदत सी है या फिर उससे मेरी एक तरफा मोहब्बत...
दिन रात उसके बारे में सोचते रहना उसकी तस्वीर को दिल में बसाए रखना,
उस से अपनी मोहब्बत का इज़हार ना कर पाना पता नहीं ये मेरी आदत सी है या फिर उससे मेरी एक तरफा मोहब्बत...

Added by Habib Rehman(mere_ankahe_alfaaz) on August 29, 2020 at 11:14pm — No Comments

ਬਚਪਨ / Bachpan

ਬਚਪਨ

ਉਹ ਬਚਪਨ ਦਾ ਜਮਾਨਾ ਸੀ।

ਜਿਵੇ ਸੁਪਨਾ ਇੱਕ ਸੁਹਾਣਾ ਸੀ।

ਸ਼ਾਮੀ ਬਰਾਂਡੇ ਵਿੱਚ ਬੈਂਦੇ ਸੀ।

ਸਾਰੇ ਕੋਲ ਕੋਲ ਰਹਿੰਦੇ ਸੀ।

ਸੋਨੂੰ ਸਾਡਾ ਭਰਾ ਸੀ।

ਸਾਡੀ ਟੌਰ ਸਭ ਤੋ ਜੁਦਾ ਸੀ।

ਜਦੋਂ ਸੈਕਲਾ ਤੇ ਤੁਰਦੇ ਸੀ।

ਛੱਲੀ ਖਾ ਕੇ ਬੁੱਕਦੇ ਸੀ।

ਸਾਡੇ ਸੁਪਨੇ ਬਹੁਤ ਨਿੱਕੇ ਸੀ।

ਸਾਡੀ ਜੇਬਾ ਵਿੱਚ ਖਣੰਕਦੇ ਸਿੱਕੇ ਸੀ।

ਸ਼ਾਮੀ ਪਿੱਠੂ ਗ੍ਰਾਮ ਖੇਡ ਦੇ ਸੀ।

ਰੇਤ ਦੇ ਟਿਲੇ ਉੱਤੇ ਰੋੜਦੇ ਸੀ।

ਸਾਡਾ ਕ੍ਰਿਕਟ ਸਾਡੀ ਜਾਣ ਸੀ।

ਉਹ ਕਲੋਨੀ ਦੀ ਕੁੜੀ ਬੜੀ ਠਾ ਸੀ।

ਜੋ ਯਾਰ ਸਾਨੂੰ ਮਾਣਦਾ ਸੀ।

ਉਹ ਰਾਜ ਸਾਡੇ ਜਾਣਦਾ ਸੀ।…

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Added by Jasmine Singh on August 29, 2020 at 8:25pm — 1 Comment

वो जलती नहीं, सुलघ्ती है !

Added by Jasmine Singh on August 29, 2020 at 8:18pm — No Comments

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Added by Sakshi garg on August 29, 2020 at 8:10pm — 1 Comment

तुम में जीना है

तुम्हारे साथ नहीं जीना मुझे,,

मुझे तुम में

तुम बन कर

तुम्हे जीना है ।।

Added by Sakshi garg on August 29, 2020 at 8:07pm — No Comments

meri khamoshi

Added by Monica Sharma on August 29, 2020 at 6:57pm — No Comments

mera sach

Added by Monica Sharma on August 29, 2020 at 6:51pm — No Comments

वो मज़्ज़ा अकेले खाने में कहाँ, जो मिठाई बाँट के खाने में है! मिठास बढ़ जाती उस की, गर उससे तुम शेयर कर के खाते  !!

‍‍मिठाई खाने का मज़्ज़ा

बचपन में कुछ यु आता था

माँ देती थी पूरा लड्डू 

जो टुकटो  में  खाया जाता था !

थोड़ा खा के ,

थोड़ा बचा के रखते थे

सब का ख़त्म हो जाने पे

जिससे निकल हम  खाते थे !

वो थोड़ा थोड़ा टूकडा  उस वक़्त

बेहद मीठा  हो जाता था

जब खाते वक़्त उसको

चुपके से  कोई खा जाता था !

अब वो मज़ा  नहीं रहा खाने में

अब  नहीं रही बात चुरा  के खाने में

जो मज़ा आता था बाँट के खाने में

नहीं मिलता पुरा लड्डू खाने में…

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Added by Geeta Negi on August 29, 2020 at 2:07pm — 1 Comment

परिंदे !

जिन्हे इश्क़ है आज़ादी  से,

अक्सर लम्बी उड़ान  भरते है ;

सारा जहाँ जिसका हो,

वो परिंदो  सा उड़ा करते है!

ना  ख़्वाहिशे ज़ंजीरें बनती है  ,

ना कदम डगमगाते  हैं

ज़िंदगी में कोई भी मुश्किल आये

वो पल में हल कर जाते है !

जिन्हे इश्क़ है आज़ादी  से,

वो कहाँ बंधन में बांधते हैं?

नील गगन पुकारे जिनको

ज़मी पे कहाँ रह पाते हैं?

@Geeta Negi…

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Added by Geeta Negi on August 28, 2020 at 10:57pm — No Comments

वो बाते अधूरी ही रह गई...

वो बातें अधूरी ही रह गई...

वो कल जरूरी थी या नहीं,

आज जरूरी सी लग रही,

पर क्या करे,

वो बाते अधूरी ही रह गई...

सिर्फ लब्जो की ही नहीं,

जज्बातों की भी हो गई थी कमी,

पर क्या करे,

वो बाते अधूरी ही रह गई...

Added by Nagma Nigar on August 28, 2020 at 8:21pm — No Comments

तुम

ना जाने कैसी खुराफात ये दिल कर बैठा है,,
कि अपनी हर धड़कन पर तुम्हारा नाम मुकर्रर कर बैठा है,,
कहने को तो मेरा है पर मेरी सुनता कहां है,,
तुम्हारे हर खयाल पे ये खुद को बेइंतहा बेसब्र कर बैठा है ।।

Added by Sakshi garg on August 28, 2020 at 6:49pm — 1 Comment

શિલાલેખ - શિલાલેખ

શિલાલેખ

રહેવા દે તું,

શબ્દોનાં આ ત્રાજવા

ટૂંકા પડશે

મારી અશબ્દ વેદનાઓને

તોલમાપનું કોઈ ગણિત

નહિ પરવડે

શકુની પાસેથી

ઉધાર લીધેલા પાસાઓ

તેં અનેકવાર ફેંકી જોયા

પરંતુ

મેં તો મારા મનની મિરાંત

ક્યારનીય એમનેમ

દાવ પર લગાડી દીધેલ છે

હું પામું કે ગુમાવું

તું જીતે કે હારે

આ…

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Added by Nikhil Joshi on August 28, 2020 at 3:09pm — No Comments

साँसे

साँसे-

कितनी बार उलझी हैं

ये तुम्हारी धड़कनों में

वो किस्सा याद है जब

तुम्हारी शर्ट की बटन

से ये उलझ के अटक

गई थी और साँसों को

सुलझाने के चक्कर में

टूट गई आज भी वो

सांसो में उलझी हुई

बटन मेरे पास है...

Added by Firdous on August 28, 2020 at 2:16pm — No Comments

अंधेरा

Added by Sanket Joshi on August 28, 2020 at 1:24pm — No Comments

चाँद

Added by Aarti Sanjay Bhagat on August 28, 2020 at 9:50am — 1 Comment

मिल्कियत

चांद जितनी चाहत है,
जुगनू जितनी हैसियत है मेरी...
ख्वाहिशों की दुनिया में,
बस अधूरे ख्वाब ही मिल्कियत है मेरी..

मिल्कियत= 'जागीर', ' जायदाद '

Added by Sakshii Subhash Tiwari on August 28, 2020 at 12:08am — No Comments

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परिक्षा

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments

होती है आज के युग मे भी परिक्षा !



अग्नि ना सही

अंदेशे कर देते है आज की सीता को भस्मीभूत !



रिश्तों की प्रत्यंचा पर सदा संधान लिए रहेता है वह तीर जो स्त्री को उसकी मुस्कुराहट, चूलबलेपन ओर सबसे हिलमिल रहेने की काबिलियत पर गडा जाता है सीने मे !



परीक्षा महज एक निमित थी

सीता की घर वापसी की !



धरती की गोद सदैव तत्पर थी सीताके दुलार करने को!

अब की कुछ सीता तरसती है माँ की गोद !

मायके की अपनी ख्वाहिशो पर खरी उतरते भूल जाती है, देर-सवेर उस… Continue

ग़ज़ल

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments

इसी बहाने मेरे आसपास रहने लगे मैं चाहता हूं कि तू भी उदास रहने लगे

कभी कभी की उदासी भली लगी ऐसी कि हम दीवाने मुसलसल उदास रहने लगे

अज़ीम लोग थे टूटे तो इक वक़ार के साथ किसी से कुछ न कहा बस उदास रहने लगे

तुझे हमारा तबस्सुम उदास करता था तेरी ख़ुशी के लिए हम उदास रहने लगे

उदासी एक इबादत है इश्क़ मज़हब की वो कामयाब हुए जो उदास रहने लगे

Evergreen love

Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments

*પ્રેમમય આકાંક્ષા*



અધૂરા રહી ગયેલા અરમાન

આજે પણ

આંટાફેરા મારતા હોય છે ,

જાડા ચશ્મા ને પાકેલા મોતિયાના

ભેજ વચ્ચે....



યથાવત હોય છે

જીવનનો લલચામણો સ્વાદ ,

બોખા દાંત ને લપલપતી

જીભ વચ્ચે



વીતી ગયો જે સમય

આવશે જરુર પાછો.

આશ્વાસનના વળાંકે

મીટ માંડી રાખે છે,

ઉંમરલાયક નાદાન મન



વળેલી કેડ ને કપાળે સળ

છતાંય

વધે ઘટે છે હૈયાની ધડક

એના આવવાના અણસારે.....



આંગણે અવસરનો માહોલ રચી

મૌન… Continue

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो

यूँ तो जलती है माचिस कि तीलियाँ भी

बात तो तब है जब धहकती मशाल बनो



रोक लो तूफानों को यूँ बांहो में भींचकर

जला दो गम का लम्हा दिलों से खींचकर

कदम दर कदम और भी ऊँची उड़ान भरो

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो



यूँ तो अक्सर बातें तुझ पर बनती रहेंगी

तोहमते तो फूल बनकर बरसा ही करेंगी

एक एक तंज पिरोकर जीत का हार करो

जिन्दा हों तो जिंदगी… Continue

No more pink

Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment

नो मोर पिंक

क्या रंग किसी का व्यक्तित्व परिभाषित कर सकता है नीला है तो लड़का गुलाबी है तो लड़की का रंग सुनने में कुछ अलग सा लगता है हमारे कानो को लड़कियों के सम्बोधन में अक्सर सुनने की आदत है.लम्बे बालों वाली लड़की साड़ी वाली लड़की तीख़े नयन वाली लड़की कोमल सी लड़की गोरी इत्यादि इत्यादि

कियों जन्म के बाद जब जीवन एक कोरे कागज़ की तरह होता हो चाहे बालक हो बालिका हो उनको खिलौनो तक में श्रेणी में बाँट दिया जता है लड़का है तो कार से गन से खेलेगा लड़की है तो गुड़िया ला दो बड़ी हुई तो डांस सिखा दो जैसे… Continue

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी

Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
न रुलाती तू मुझे अगर दर्द मे डुबो डुबो कर
फिर खुशियों की मेरे आगे क्या औकात थी
तूने थपकियों से नहीं थपेड़ो से सहलाया है
खींचकर आसमान मुझे ज़मीन से मिलाया है
मेरी चादर से लम्बे तूने मुझे पैर तो दें डाले
चादर को पैरों तक पहुंचाया ये बड़ी बात की
यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
Pooja yadav shawak

Let me kiss you !

Posted by Jasmine Singh on April 17, 2021 at 2:07am 0 Comments

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है खुद के दर्द पर खामोश रहते है जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है वो जो हँसते…

Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है

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