Made in India
वो मां की सूरत
वो ममता की मूरत
वो पापा की झप्पी
वो गालों पे पप्पी
वो बचपन की गुड़िया
वो कागज़ की चिड़िया
वो ज़िद में बिगड़ना
वो गिर के संभलना
वो चटमोला की गोली
वो चंदन वो रोली
वो रंग वो गुड़ की पट्टी
वो स्कूल की घंटी
वो सुलेख की कॉपी
वो पान वाली टॉफी
वो कूलर पे मेहनत
वो लगाते ही बारिश
वो मिट्टी वो कीचड़
वो तीतर के दो आगे तीतर
वो कागज़ की कश्ती
वो गोले की चुस्की
वो पापा के कंधे
वो दशहरे…
Added by Jasmine Singh on August 25, 2020 at 3:35pm — 1 Comment
आज एक हकीकत से वाकिफ हुई
एक सोच मेरे अंदर दाख़िल हुई
हर हिदायत पेश नहीं की जाती
हर तकलीफ़ बयां नहीं हो सकती
हर कोशिश कामियाब नहीं होती
हर सफ़र की मंज़िल नहीं होती
हर रात की सुबह नहीं होती।
लेकीन शायद अधूरे में ही मज़ा है
क्यूंकि पुरी हुई तो कहानी है
अधूरी है तभी तो ज़िन्दगानी है!!!
@Jhanvi sareen
Added by Jhanvi Sareen on August 25, 2020 at 9:23am — 1 Comment
Added by Sakshi garg on August 24, 2020 at 5:30pm — No Comments
साज़िशे वक़्त ने
कुछ इस तरह की,
उसमे मेरा
अक्स दिखने लगा है!
मासूमियत भरा बचपन
जाने कहा खोने लगा!
साजिशे वक़्त ने
कुछ इस तरह की,
ना हम रुक सके
ना आगे बढ़ सके ;
जो कभी आँखों का तारा था,
उसे ही दूर से देखते रहे!
घबराहट होती है
जमाने का चलन देख के ,
कही कोई साज़िशे
न कर ले उससे लेके,
फिर भी
शम्भु भरो से
रखा है उससे,
फिर कोई शाजिश हो
और वो मुझे से आ मिले !
@Geeta Negi…
Added by Geeta Negi on August 24, 2020 at 3:29pm — 1 Comment
Added by Vandana Pareek on August 24, 2020 at 2:20pm — No Comments
ગલીએ ગલીએ તારી એક ઝલક નિહાળવા
ભટકિયે પણ જો તુ સામે આવે,
તો નજર ઝુકાવી પણ લઈએ
એમ પણ બને......
તારી સાથે મન મૂકી વાત કરવા તરસિયે, અને
સંજોગ આવે ત્યારે મન સેવી પણ લઈએ
એમ પણ બને.....
Added by Jayveersinh Aswar on August 24, 2020 at 2:15pm — No Comments
चांद जितनी चाहत है,
जुगनू जितनी हैसियत है मेरी...
ख्वाहिशों की दुनिया में,
बस अधूरे ख्वाब ही मिल्कियत है मेरी..
मिल्कियत= 'जागीर', ' जायदाद '
Added by Sakshii Subhash Tiwari on August 24, 2020 at 2:06am — No Comments
"अंजाना वो लगता है,
खुदमें खोया रहता है!
अनसुलझी पहेली सा वो,
खुदमे उलझा सा रहता है!
जाने क्या तलाशे सब में?
खुदको ढूंढा वो करता है!
ढेरो सवालो के जवाब खोज़ता,
खुद सवाल बन वो फिरता है !
औरो की मन की वो जाने,
खुद कि बात ज़ुबाँ से कहाँ बोलता है ?
पल-पल में वो रूप बदलता,
कोई बेह रूपिया लगता हैं !…
Added by Geeta Negi on August 24, 2020 at 1:05am — No Comments
गोली देते है किसी को ,
खुद भी गोली खाते है !
Iodex लगा के घुटनो पे ,
काम पे चले जाते है!
खुशबू कहे या बदबू उसकी
जो सब ही को पता चल जाती है !
हाल ठीक नहीं हमारा
सब को खबर हो जाती है!
पर कुछ लोग यु भी आते है
जो मरहम लगाने से कतराते है
खुले ज़ख्म लिए वो फिरते हैं
जाने क्यों सब से कतराते है!
उफ़! तक न निकले दर्द होने पर
इस कदर खुदको वो आज़माते है !
गोली देते है औरो को ,
खुदके ज़ख्म सेहलाते है!
@Geeta Negi
Added by Geeta Negi on August 24, 2020 at 1:00am — No Comments
चल लड़ ही ले फोन करके
आवाज़ तो सुनने को मिलेगी
अब थाली में रोटी भी सूखी सी है
तुझ जैसी चटपटी बात कहां मिलेगी
मैं रंग बिरंगी दुनिया का
तुझ जैसी सादगी कहां मिलेगी
मैं प्यार के मुकाम ढूंडू
तुझ से बढ़िया मंज़िल कहां मिलेगी
मेरी आंखों से टपकते बेअख्तियार आंसू
तेरे बाज़ार से बढ़िया मोल इनकी कहां मिलेगी
ओर ये तेरी बातों के किस्से
ये रात कहां रुकेगी
Added by Anmol Arora on August 23, 2020 at 10:06pm — 1 Comment
આંખો થી કહેવું આસાન નથી હોતું
અને ચુપ રહેવું એ સમાધાન નથી હોતું...
કહીં દો એ હૃદય ની વાત કેમ કે,
પ્રેમ નું બીજું કોઈ નિદાન નથી હોતું.....
Added by Jayveersinh Aswar on August 23, 2020 at 12:40pm — No Comments
सुसाइड-
आज वो सब कुछ देख रहा
था, घर की दीवारें खिड़की
पर पड़ा पर्दा, दरवाज़े की
दरार से आती धुप किताबों
पर जमी धुल, वाज़ में सूख रहे
फूल, टेबल पर रखी फैमिली
फोटो, अपने सुख चुके मन
पे, वो यादों के छींटे बार
बार मार रहा था, पर उसका
चंचल मन पिछले कई महीनों
से,पार्थिव शरीर में बदल रहा था,
अंदर से वो कबका सब कुछ त्याग
चूका था, केवल शरीर ही बचा था,
वो यह देख सकते में आ गया, और
बौखलाकर अपनी आत्मा को ढूंढ़ने लगा,
जब हताशा…
Added by Firdous on August 23, 2020 at 10:35am — No Comments
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Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments 0 Likes
Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments 0 Likes
Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments 1 Like
Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments 1 Like
Posted by Jasmine Singh on July 15, 2021 at 6:25pm 0 Comments 1 Like
Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment 2 Likes
Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments 3 Likes
Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment 1 Like
वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
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