Vishal Prajapati
  • Male
  • Anand,Gujarat
  • India
Share on Facebook MySpace

Vishal Prajapati's Friends

  • BDHC Ahmedabad
  • Pragna Sonpal
  • Jahnvi Mehta
  • Himanshu Dhingani
  • mitali mehta
  • Vaidehi Darbhe
  • AMIT RAJ
  • Megha
  • shivangini kalpeshbhai patel
  • Matu Sojitra

Vishal Prajapati's Discussions

Currency Note Ban! Right or Wrong?

Started this discussion. Last reply by Vishal Prajapati Nov 20, 2016. 2 Replies

1) શું ખરેખર આ ફાયદાકારક છે? જો છે તો કંઈ રીતે?2) સૌથી મોટા પાયે આ પગલું સમાજનાં કયાં વર્ગને અને કંઈ રીતે અસર કરશે?3) સામાન્ય માણસનો આ પગલામાં શું રોલ?4) આ સમયે સરકાર અને તેનાં વિરોધ પક્ષની જવાબદારીઓ…Continue

 

Vishal Prajapati's Page

Profile Information

First Language
English, Gujarati
Second Language
Hindi
How did you come to know about us?
By friend
Interests
Writing Gazals, stories, articles.
Making short movies.(Direction and acting both)

Vishal Prajapati's Blog

Where the mind is without fear By Shree. Ravindranath Tagore

Posted on November 22, 2016 at 10:58pm 0 Comments

Where the mind is without fear

and the head is held high

Where knowledge is free

Where the world has not been broken up into fragments

By narrow domestic walls

Where words come out from the depth of truth

Where tireless striving stretches its arms towards perfection

Where the clear stream of reason has not lost its way

Into the dreary desert sand of dead habit

Where the mind is led forward by thee

Into ever-widening thought and action

Into… Continue

એક મૌન

Posted on November 21, 2016 at 7:37am 0 Comments

મૌન...

દૂર અંદર સુધી.

સ્થિર થયેલી આંખો,

શબ જેવું શરીર,

અને ઝેર જેવી આખી રાત..

ખુદને જ બાથ ભરી રાખી,

મારામાં બસ તુ છે ને...

નથી જોઈતી દુનિયા,

જ્યા હુ એ તુ નથી...

તુ એ હુ નથી..

આ દુનિયાને પેલે પાર..

ચલને એક દુનિયા બનાવીએ...

જ્યા..

બસ તું અને હું...

ના રીત ના રિવાજ..

ના ચિંતા ના વિવાદ..

બસ ઈચ્છાઓ,

માત્ર તારી અને થોડી મારી...

જોઇ રહ્યો છું,

આજે પણ તને...

અને દૂર સુધી...

બસ..

એક… Continue

સૂર્યાસ્ત

Posted on November 20, 2016 at 8:30pm 1 Comment

દૂર...
ક્ષિતિજે.
ડૂબતૂ હતું કોણ?
હું?
કે તેં?
કે અમારો સબંધ...
એક સુર્ય અસ્ત,
એક મહેલ ધ્વસ્ત..
અણધાર્યો?
કે ખબર જ હતી?
રગ-રગમાં,
દોડતું સ્મિત..
હવે?
હવે બેચેની...
ક્યારેક,
કઠણ પગલાં લેવાય છે.
સાચા કે ખોટા?
એ તો એને ના ખબર...
મને ના ખબર..

-વિશાલ પ્રજાપતિ "શામ"

ક્યારેક આગળ ક્યારેક પાછળ

Posted on July 6, 2016 at 8:22pm 0 Comments

ક્યારેક આગળ
ક્યારેક પાછળ

રસ્તો અઘરો
પાકું મનોબળ

થયો નિષ્ફળ
થઇશ સફળ

સપના સઘળાં
છોને મૃગજળ

સમય બદલાયો
વચન અચળ

તું ગેરહાજર
આજેય વિહવળ.
-વિશાલ પ્રજાપતિ 'શામ'

Comment Wall

You need to be a member of Facestorys.com to add comments!

Join Facestorys.com

  • No comments yet!
 
 
 

Blog Posts

परिक्षा

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments

होती है आज के युग मे भी परिक्षा !



अग्नि ना सही

अंदेशे कर देते है आज की सीता को भस्मीभूत !



रिश्तों की प्रत्यंचा पर सदा संधान लिए रहेता है वह तीर जो स्त्री को उसकी मुस्कुराहट, चूलबलेपन ओर सबसे हिलमिल रहेने की काबिलियत पर गडा जाता है सीने मे !



परीक्षा महज एक निमित थी

सीता की घर वापसी की !



धरती की गोद सदैव तत्पर थी सीताके दुलार करने को!

अब की कुछ सीता तरसती है माँ की गोद !

मायके की अपनी ख्वाहिशो पर खरी उतरते भूल जाती है, देर-सवेर उस… Continue

ग़ज़ल

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments

इसी बहाने मेरे आसपास रहने लगे मैं चाहता हूं कि तू भी उदास रहने लगे

कभी कभी की उदासी भली लगी ऐसी कि हम दीवाने मुसलसल उदास रहने लगे

अज़ीम लोग थे टूटे तो इक वक़ार के साथ किसी से कुछ न कहा बस उदास रहने लगे

तुझे हमारा तबस्सुम उदास करता था तेरी ख़ुशी के लिए हम उदास रहने लगे

उदासी एक इबादत है इश्क़ मज़हब की वो कामयाब हुए जो उदास रहने लगे

Evergreen love

Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments

*પ્રેમમય આકાંક્ષા*



અધૂરા રહી ગયેલા અરમાન

આજે પણ

આંટાફેરા મારતા હોય છે ,

જાડા ચશ્મા ને પાકેલા મોતિયાના

ભેજ વચ્ચે....



યથાવત હોય છે

જીવનનો લલચામણો સ્વાદ ,

બોખા દાંત ને લપલપતી

જીભ વચ્ચે



વીતી ગયો જે સમય

આવશે જરુર પાછો.

આશ્વાસનના વળાંકે

મીટ માંડી રાખે છે,

ઉંમરલાયક નાદાન મન



વળેલી કેડ ને કપાળે સળ

છતાંય

વધે ઘટે છે હૈયાની ધડક

એના આવવાના અણસારે.....



આંગણે અવસરનો માહોલ રચી

મૌન… Continue

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो

यूँ तो जलती है माचिस कि तीलियाँ भी

बात तो तब है जब धहकती मशाल बनो



रोक लो तूफानों को यूँ बांहो में भींचकर

जला दो गम का लम्हा दिलों से खींचकर

कदम दर कदम और भी ऊँची उड़ान भरो

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो



यूँ तो अक्सर बातें तुझ पर बनती रहेंगी

तोहमते तो फूल बनकर बरसा ही करेंगी

एक एक तंज पिरोकर जीत का हार करो

जिन्दा हों तो जिंदगी… Continue

No more pink

Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment

नो मोर पिंक

क्या रंग किसी का व्यक्तित्व परिभाषित कर सकता है नीला है तो लड़का गुलाबी है तो लड़की का रंग सुनने में कुछ अलग सा लगता है हमारे कानो को लड़कियों के सम्बोधन में अक्सर सुनने की आदत है.लम्बे बालों वाली लड़की साड़ी वाली लड़की तीख़े नयन वाली लड़की कोमल सी लड़की गोरी इत्यादि इत्यादि

कियों जन्म के बाद जब जीवन एक कोरे कागज़ की तरह होता हो चाहे बालक हो बालिका हो उनको खिलौनो तक में श्रेणी में बाँट दिया जता है लड़का है तो कार से गन से खेलेगा लड़की है तो गुड़िया ला दो बड़ी हुई तो डांस सिखा दो जैसे… Continue

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी

Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
न रुलाती तू मुझे अगर दर्द मे डुबो डुबो कर
फिर खुशियों की मेरे आगे क्या औकात थी
तूने थपकियों से नहीं थपेड़ो से सहलाया है
खींचकर आसमान मुझे ज़मीन से मिलाया है
मेरी चादर से लम्बे तूने मुझे पैर तो दें डाले
चादर को पैरों तक पहुंचाया ये बड़ी बात की
यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
Pooja yadav shawak

Let me kiss you !

Posted by Jasmine Singh on April 17, 2021 at 2:07am 0 Comments

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है खुद के दर्द पर खामोश रहते है जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है वो जो हँसते…

Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है

© 2024   Created by Facestorys.com Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Privacy Policy  |  Terms of Service