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Papa...

Added by Krishnakumar Mishra on August 14, 2016 at 11:32am — No Comments

તરહી ગઝલ

તરહી ગઝલ...
એમની આ જફા જરા પ્યારી,
પ્રેમની આ કથા જરા ન્યારી.

છે બધા સુખ એમનાં ફાળે,
રાખશું આ વ્યથા સહિયારી.

ભૂલ હિસાબમાં ન ચાલે કૈં,
પ્રેમ થી પ્રેમની પ્રથા સારી.

તું ફગાવી બધી શ્રધ્ધા તારી,
રાખ માનવ મહીં આસ્થા યારી.

રંગ સંબંધના હજું તાજા ,
ખીલશે ફૂલની સર્વથા ક્યારી.

-મનીષા જોબન દેસાઇ

Added by Manisha joban desai on August 14, 2016 at 11:00am — No Comments

આજ...

અહીં મિત્રો નથી જડતા દોસ્ત,
દુશ્મનોને કયાં જતા કરું?!!

કલ્પ...

Added by jay divyang dixit on August 14, 2016 at 10:20am — No Comments

LONGING

It's been long we havn't met,

We havn't talked for a while,

We forgot to smile,the world behind-

We forgot to live a life.



Days got passed with PCs infront,

With projects,clients,ppts around-

Stooped shoulders,tiring body,

Frowned forehead and forgotten hobby!



Distance was our only foe-

Separated us for months away,

Lonely,fatigued,stress in head-

I grew,I grew,I got matured on the way.



Skype connected the cities… Continue

Added by Aditi Dam on August 13, 2016 at 6:30pm — No Comments

Maa

Added by Krishnakumar Mishra on August 13, 2016 at 1:51pm — No Comments

Your happiness is the greatest revenge

Your happiness is the greatest revenge against those who bring you down



Your happiness is the greatest revenge against those who bring you down, what you need to emphasise that maintain your dignity, high standards and never ever let yourself ruined by others no matter what. Worrying about these haters are stupid, it’s like carrying an umbrella and waiting for the clouds to rain. Remember these…

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Added by Tanishka jain on August 13, 2016 at 10:33am — No Comments

સત્યનો સુરજ

આશરે ત્રીસેક મહિના પહેલાં કાઠમંડુ(નેપાળ) થી વડોદરા બાય એર આવવાનું થયેલું, અમારી ઉડાન બે ભાગમાં હતી કાઠમંડુથી દિલ્હી અને દિલ્હીથી વડોદરા. નેપાળમાં લગભગ બારેક દિવસ ગાળ્યા તે દરમ્યાન વાતાવરણ ખુલ્લું અને લગભગ ખુશમિજાજ કહી શકાય તેવું જ રહ્યું પણ નીકળવાના દિવસે અમે ઉઠ્યા ત્યારે ઝરમર વરસાદ ચાલુ હતો મતલબ કે અમને ચોમાસાની ઋતુ પણ અનુભવવા મળવાની હતી. ઘરેથી ટેક્સીમાં નીકળ્યા ત્યારે પણ ઝરમર ચાલુ જ હતી જે એરપોર્ટ સુધી ચાલુ જ રહી. અમારી ઉડાન લગભગ સાડાદસ વાગ્યે હતી. ત્યાં સુધીમાં સૂરજ અડધો પડધો ડોકિયાં કરતો…

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Added by Ashok Jani on August 13, 2016 at 9:30am — No Comments

ऐक हीन्दी रचना

कभी जो साथ चलते थे हमी थे,

वहीं से बिछड़ गए थे हमी   थे।

अजी ये बात कबकी हे पता हे ?

कभी जो मुस्कुराते थे हमी  थे ।

हरी मौसम जब नयी खिलती थी ,

उसमें गिरते संभलते   हमी  थे।

हमीसे पूछ लो अब कुछ कहे दे ,

रहेते थे सदा मदहोश हमी   थे।

वक्तसे निकला करते  थे  आगे.,

कहां हे अब न जानते हमी थे ।

न थे हम अजनबी सपनो में तेरे ,

कहीं खोकर रहे गए  हमी  थे ।

-मनीषा 'जोबन'…

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Added by Manisha joban desai on August 12, 2016 at 4:53pm — No Comments

WHY

Why you act like that

Why you make me feel like that

What have I done so bad?



Why you let me think beyond my limits

Why you insist for getting back to that silence

What is so bad in that I cared for you?



Why you can not start once from your side

Why you make it so unpredictable

What is so delightful in misunderstandings?



Why you stretch every knot that it ends to be never solvable

Why you do so very frequently

What if I…

Added by Pragna Sonpal on August 12, 2016 at 4:21pm — 1 Comment

कविता

कविता

ती येते, दर दिवशी नव्या नव्या रूपात 

घेऊन जाते, मला वेगवेगळ्या जगात,

सामर्थ्य तीचे नेहमी कळते शब्दांतून 

घडते अशी कविता सहज मनातून...!

तीचे जग वेगळं, माझंही जग…

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Added by शानिल पाटील on August 12, 2016 at 10:11am — No Comments

Ashq ankho me kab nahi ata...

Added by Krishnakumar Mishra on August 12, 2016 at 9:09am — No Comments

હાઇકૂ

Added by Manisha joban desai on August 11, 2016 at 11:40pm — No Comments

ऐक हीन्दी रचना

 यूंही कभी मनके आकाशमें.....


यूंही कभी मन के आकाश में 
 
      उड़ते चले आते हे यादो के पंछी .....
 
वो छोटी सी आँखे जो कभी तितली देख 
 
       हंस दिया करती थी .....
 
वो नाजुक सी उंगलीया जो…
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Added by Manisha joban desai on August 11, 2016 at 11:30pm — No Comments

poetic short story -radhika patel

Added by radhika patel on August 11, 2016 at 8:47pm — No Comments

gazalvishvama thi ek gazal :)

Added by radhika patel on August 11, 2016 at 8:43pm — No Comments

दोस्ती

रुख्सत कर गयी तन्हाईयां भी मुझको उस पल
जब उन्हें पता चला की इस इश्क़ के मारे के यार बहोत हैं ||
‪#‎dostihardum‬
‪#‎krishna‬

Added by Krishnakumar Mishra on August 11, 2016 at 8:54am — No Comments

ऐक हीन्दी रचना

बारिश की छमछम ,पायल की रुमझुम,

हो यूं कभी ,  हरदम सुरमयी   गुनगुन।

बातें रहे भीगी  सी म हको   तुम रोज़,

होती रहे  बरसाते  मनमें    कुछकुछ।

प्यारी वहीं यादों से  भर  जाए बहार ,

बूंदे यहीं   दिखादे  तारे    झिलमिल।

बेले हवा ओ में झूमती सी  जाए यू

साथीे हमें तू जो चाह रहे यू पल पल।

बरसे बहका दे सावन जो तुम संग ,

करदे उजाला बिजली   टीम टीम ।

-मनीषा 'जोबन '…

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Added by Manisha joban desai on August 10, 2016 at 11:00pm — No Comments

હાઇકૂ

Added by Manisha joban desai on August 10, 2016 at 10:15pm — No Comments

ULTIMATE IMPRESSION

Leave the ultimate impression,

 That people remember you for the lifetime ;

No matter if it doesn't creates a rhyme, …

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Added by Tanishka jain on August 10, 2016 at 7:00pm — No Comments

ચાકુથી આખી ડુંગળી એક ઇતિહાસની જેમ ખૂલી જાયછે

નાઓમી શિહાબ નામે એક ઈજીપ્તની કવિયત્રીએ એક કવિતા લખી છે .એ કવિતાનું શીર્ષક છે : "ડુંગળી " એવું કહેવાયછે કે ડુંગળીની પેદાશ ભારતની છે પણ ઈજીપ્તમાં તો ડુંગળીની પૂજા થાય છે .ઈજીપ્તથી ડુંગળી ઇટલી પહોંચી અને ઈટાલીથી સીધી યુરોપમાં પહોંચી ગઈ . નાઓમી શિહાબની " ડુંગળી " પરની કવિતા વાંચો

હું વિચારું છું કે આ ડુંગળીએ કેટલો લાંબો પ્રવાસ કર્યો છે 

ડુંગળીને ઝૂકી ઝૂકીને સલામ…

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Added by Anil Joshi on August 10, 2016 at 9:00am — No Comments

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परिक्षा

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments

होती है आज के युग मे भी परिक्षा !



अग्नि ना सही

अंदेशे कर देते है आज की सीता को भस्मीभूत !



रिश्तों की प्रत्यंचा पर सदा संधान लिए रहेता है वह तीर जो स्त्री को उसकी मुस्कुराहट, चूलबलेपन ओर सबसे हिलमिल रहेने की काबिलियत पर गडा जाता है सीने मे !



परीक्षा महज एक निमित थी

सीता की घर वापसी की !



धरती की गोद सदैव तत्पर थी सीताके दुलार करने को!

अब की कुछ सीता तरसती है माँ की गोद !

मायके की अपनी ख्वाहिशो पर खरी उतरते भूल जाती है, देर-सवेर उस… Continue

ग़ज़ल

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments

इसी बहाने मेरे आसपास रहने लगे मैं चाहता हूं कि तू भी उदास रहने लगे

कभी कभी की उदासी भली लगी ऐसी कि हम दीवाने मुसलसल उदास रहने लगे

अज़ीम लोग थे टूटे तो इक वक़ार के साथ किसी से कुछ न कहा बस उदास रहने लगे

तुझे हमारा तबस्सुम उदास करता था तेरी ख़ुशी के लिए हम उदास रहने लगे

उदासी एक इबादत है इश्क़ मज़हब की वो कामयाब हुए जो उदास रहने लगे

Evergreen love

Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments

*પ્રેમમય આકાંક્ષા*



અધૂરા રહી ગયેલા અરમાન

આજે પણ

આંટાફેરા મારતા હોય છે ,

જાડા ચશ્મા ને પાકેલા મોતિયાના

ભેજ વચ્ચે....



યથાવત હોય છે

જીવનનો લલચામણો સ્વાદ ,

બોખા દાંત ને લપલપતી

જીભ વચ્ચે



વીતી ગયો જે સમય

આવશે જરુર પાછો.

આશ્વાસનના વળાંકે

મીટ માંડી રાખે છે,

ઉંમરલાયક નાદાન મન



વળેલી કેડ ને કપાળે સળ

છતાંય

વધે ઘટે છે હૈયાની ધડક

એના આવવાના અણસારે.....



આંગણે અવસરનો માહોલ રચી

મૌન… Continue

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो

यूँ तो जलती है माचिस कि तीलियाँ भी

बात तो तब है जब धहकती मशाल बनो



रोक लो तूफानों को यूँ बांहो में भींचकर

जला दो गम का लम्हा दिलों से खींचकर

कदम दर कदम और भी ऊँची उड़ान भरो

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो



यूँ तो अक्सर बातें तुझ पर बनती रहेंगी

तोहमते तो फूल बनकर बरसा ही करेंगी

एक एक तंज पिरोकर जीत का हार करो

जिन्दा हों तो जिंदगी… Continue

No more pink

Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment

नो मोर पिंक

क्या रंग किसी का व्यक्तित्व परिभाषित कर सकता है नीला है तो लड़का गुलाबी है तो लड़की का रंग सुनने में कुछ अलग सा लगता है हमारे कानो को लड़कियों के सम्बोधन में अक्सर सुनने की आदत है.लम्बे बालों वाली लड़की साड़ी वाली लड़की तीख़े नयन वाली लड़की कोमल सी लड़की गोरी इत्यादि इत्यादि

कियों जन्म के बाद जब जीवन एक कोरे कागज़ की तरह होता हो चाहे बालक हो बालिका हो उनको खिलौनो तक में श्रेणी में बाँट दिया जता है लड़का है तो कार से गन से खेलेगा लड़की है तो गुड़िया ला दो बड़ी हुई तो डांस सिखा दो जैसे… Continue

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी

Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
न रुलाती तू मुझे अगर दर्द मे डुबो डुबो कर
फिर खुशियों की मेरे आगे क्या औकात थी
तूने थपकियों से नहीं थपेड़ो से सहलाया है
खींचकर आसमान मुझे ज़मीन से मिलाया है
मेरी चादर से लम्बे तूने मुझे पैर तो दें डाले
चादर को पैरों तक पहुंचाया ये बड़ी बात की
यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
Pooja yadav shawak

Let me kiss you !

Posted by Jasmine Singh on April 17, 2021 at 2:07am 0 Comments

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है खुद के दर्द पर खामोश रहते है जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है वो जो हँसते…

Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है

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