Made in India
पत्थरों के शहर में शीशे का घर मेरा भी है
खौफ़ में साये में जीने का हुनर मेरा भी है
क़त्ल, दहशत, बम, धमाके, हैं दरिंदे हर तरफ
वहशतों के दौर में मुश्किल सफ़र मेरा भी है
देखना है कब तलक लेगा मेरा वो इम्तहान
प्यार की बाज़ी में सब कुछ दांव पर मेरा भी है
मुड़ के अब तो देखने की तुझको ही फ़ुर्सत नहीं,
कारवां के साथ तेरे एक सर मेरा भी है
उम्रभर रोती हैं आँखें बच के रहिए इश्क़ से
तजुर्बा था ये किसी का अब मगर मेरा भी है
हर तरफ सहरा है रस्ते गुम हैं मंज़िल लापता
और उसपे बेख़बर अब राहबर मेरा भी है
हो गया है क़त्ल उसका, चुप रही इंसानियत
जब परिंदे ने कहा ये तो शजर मेरा भी है
तुझको दुनिया चाँद से तशबीह देती है मगर
इस हंसीं रुख़सार पर कुछ तो असर मेरा भी है
पेट को रोटी बदन को मिल गये हैं कुछ लिबास
‘आसमां इक चाहिए मुझको कि सर मेरा भी है’
इश्क़ के मारों में तू अकेला ही नहीं,
हुस्न के बाज़ार में ख़ूने-जिगर मेरा भी है॥
Comment
Thanks Jaydeep ji
Thanks Stuti ji
nice one..!!
Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments 0 Likes
Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments 0 Likes
Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments 1 Like
Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments 1 Like
Posted by Jasmine Singh on July 15, 2021 at 6:25pm 0 Comments 1 Like
Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment 2 Likes
Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments 3 Likes
Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment 1 Like
वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
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