Nihal Singh's Blog (47)

डैमोक्रैसी क्या होती है ?

 …

Continue

Added by Nihal Singh on June 1, 2013 at 4:26pm — No Comments

hiiiiiii ही क्यों ???????

जब कोई इन्बोक्स में Hiiii करता है , मुझे लगता है सामने वाला अभिवादन नहीं बलात्कार कर रहा हो हमारे संस्कृति का ! गुड मोर्निंग तक तो चलो फिर भी ठीक था , पर ये हांईईईईईइ तो मेरा दिमाग हजम ही नहीं कर पता !





अभिवादन के कई तरीके है :-

नमस्कार !

जय…

Continue

Added by Nihal Singh on June 1, 2013 at 4:24pm — No Comments

चाणक्य के 5 सूक्ति वाक्य ----

1) "दूसरो की गलतियों से सीखो अपने ही ऊपर प्रयोग करके सीखने को तुम्हारी आयु कम पड़ेगी."



2)"किसी भी व्यक्ति को बहुत ईमानदार नहीं होना चाहिए ---सीधे वृक्ष और व्यक्ति पहले काटे जाते हैं."



3)"अगर कोई सर्प जहरीला नहीं है तब भी उसे जहरीला दिखना चाहिए वैसे दंश भले ही न दो पर दंश दे सकने की क्षमता का दूसरों को अहसास करवाते रहना चाहिए. "



4)"हर मित्रता के पीछे कोई स्वार्थ जरूर होता है --यह कडुआ सच है."



5)"कोई…

Continue

Added by Nihal Singh on May 1, 2013 at 12:35pm — No Comments

चार लोग क्या कहेंगे?

बेटी बोली - माँ मैं क्रिकेटर बनूँगी, सचिन की तरह रिकॉर्ड तोडूंगी !



माँ बोली - आहिस्ता बोल सब हसेंगे, और फिर चार लोग क्या कहेंगे !!



बेटी बोली - माँ मैं बाबा का व्यापार चलाऊँगी, छोटी सी दुकान से बड़ा दफ्तर बनाउंगी !



माँ बोली - आहिस्ता बोल बाबा गुस्सा करेंगे, और फिर चार लोग क्या कहेंगे !!



बेटी बोली - तो माँ मैं नेता बन जाऊंगी, देश की हालत में कुछ तो सुधार लाऊंगी !



माँ बोली - कुर्सी तक…

Continue

Added by Nihal Singh on May 1, 2013 at 12:32pm — No Comments

अजनबी शहर के अजनबी रास्ते..........

अजनबी शहर के अजनबी रास्ते, मेरी तन्हाई पर मुस्कुराते रहे

मैं बहुत देर तक यूं ही चलता रहा, तुम बहुत देर तक याद आते रहे



ज़ह्र मिलता रहा ज़ह्र पीते रहे, रोज़ मरते रहे रोज़ जीते रहे

ज़िंदगी भी हमें आज़माती रही, और हम भी उसे आज़माते रहे



ज़ख़्म जब भी कोई ज़ेह्नो-दिल पे लगा, ज़िंदगी की तरफ़ एक दरीचा खुला

हम भी गोया किसी साज़ के तार हैं, चोट खाते रहे गुनगुनाते रहे



कल कुछ ऐसा हुआ मैं बहुत थक गया, इसलिये…

Continue

Added by Nihal Singh on April 30, 2013 at 12:00pm — No Comments

धन के मोह में सन्मार्ग न छोड़े....

एक संत दो शिष्यों के साथ चले जा रहे थे, किसी श्रद्धालु ने राह में खाने के लिए उनके कमंडल में आठ रोटियाँ रख दी, तीनों एक सरोवर के किनारे स्नान के लिए रुके.



संत एक शिष्य के साथ स्नान करने गए . मौका देख कर दूसरे शिष्य ने दो रोटियाँ खा लीं. कुछ देर में संत लौटे. तीनों खाना खाने बैठे. संत ने देखा - आठ रोटियाँ थीं, अब छ: ही बची हैं. संत ने दोनों शिष्यों से पूछा - " दो रोटियाँ किसने खाई हैं ?" दोनों शिष्यों ने इन्कार कर दिया. तीनों ने…

Continue

Added by Nihal Singh on April 30, 2013 at 11:50am — No Comments

मौत क्या दुल्हिनों की सूरत है...

कोई चाहत है न जरुरत है

मौत क्या इतनी खूबसूरत है



मौत की गोद मिल रही हो अगर

जागे रहने की क्या जरुरत है



जिंदगी गढ़ के देख ली हमने

मिटटी गारे की एक मूरत है



सारे चेहरे जमा हैं माजी के

मौत क्या दुल्हिनों की सूरत है…

Continue

Added by Nihal Singh on April 30, 2013 at 11:38am — No Comments

"Maut" kitni hasin hoti hai...

"Zindagi me do minute koi mere

paas na baitha..

aaj sab mere paas baithe ja rahe the..

Zindagi bhar mera pyar se naam na liya kisi ne.."

"Aaj log duniya ko pyar dikhane ke liye roye jaa rahe the.."

koi tohfa na mila aaj tak mujhe,

aaj phool hi phool diye ja rahe the..

taras gye hum kisi ke hath se diye ek libaj…
Continue

Added by Nihal Singh on April 29, 2013 at 4:35pm — No Comments

Some sms tips for lovers

1. I Miss You As Much As You Missed The Air....



2.Distance may keep us apart but i will not stop loving you



3.The moments when i look in your eyes, are the best. Because I know, I definitely love you More than any other



4.When i see you…

Continue

Added by Nihal Singh on April 29, 2013 at 12:21pm — No Comments

सबसे बड़ा मूर्ख

एक राजा ने अपने मंत्री को सोने का एक डंडा देकर कहा, 'जो व्यक्ति तुम्हें मूर्ख दिखाई दे, उसे यह थमा देना।' मंत्री डंडा लेकर चल पड़ा। बहुत तलाश के बाद उसे एक भोला-भाला व्यक्ति दिखाई पड़ा, जिसे मूर्ख समझकर मंत्री ने वह डंडा पकड़ा दिया।



मंत्री ने उससे कहा, 'यदि तुम्हें कोई अपने से ज्यादा मूर्ख मिले, तो उसे यह डंडा दे देना।' वह व्यक्ति भी अपने से ज्यादा मूर्ख की तलाश में स्थान-स्थान पर घूमता रहा पर उसे ऐसा कोई व्यक्ति न मिला। इस प्रकार…

Continue

Added by Nihal Singh on April 29, 2013 at 11:08am — No Comments

ज़िन्दगी से मुलाकात....

कभी कभी ज़िन्दगी से मुलाकात करता हूँ,

कभी कभी आइने मैं कभी पानी मैं...कभी आग मैं ज़िन्दगी को दूंदता हूँ,



कभी अंजन चेहरों मैं कभी अन्जान राहों पर और

कभी अपने अक्स मैं ज़िन्दगी से मिलता हूँ,…

Continue

Added by Nihal Singh on April 29, 2013 at 10:59am — No Comments

हर एक चेहरे को ज़ख़्मों का आईना न कहो ...

हर एक चेहरे को ज़ख़्मों का आईना न कहो

ये ज़िन्दगी तो है रहमत इसे सज़ा न कहो



न जाने कौन सी मज़बूरियों का क़ैदी हो

वो साथ छोड़ गया है तो बेवफ़ा न कहो



तमाम शहर ने नेज़ों पे क्यूँ उछाला मुझे

ये इत्तेफ़ाक़ था तुम इस को हादसा न कहो



ये और बात कि दुश्मन हुआ है आज मगर

वो मेरा दोस्त था कल तक उसे बुरा न कहो



हमारे ऐब हमें उँगलियों पे गिनवाओ

हमारी पीठ के पीछे…

Continue

Added by Nihal Singh on April 28, 2013 at 1:15pm — No Comments

कितनी मासूम थी जिंदगी??

कितनी मासूम थी जिंदगी, जब हम छोटे थे

ना दिल में मैल, न चेहरे पे मुखौटे थे...

कितनी मासूम थी जिंदगी जब हम छोटे थे



सुन ले कोई मेरे दिल की थोड़ी सी दास्तान...



वक़्त किसी के पास इतना भी कहाँ आज,

सीने पे लगा लेते थे दौड़ के लोग सभी,

पहले कभी जब हम छोटी सी बातों पे रोते थे...

कितनी मासूम थी जिंदगी, जब हम छोटे थे



सुन ले कोई मेरे दिल की थोड़ी सी दास्तान...



अब तो प्यार देके भी…

Continue

Added by Nihal Singh on April 28, 2013 at 12:59pm — No Comments

रोशनी होना अभी बाकी है...

फासलों का फैसला कैसे करे फासले तो अभी बाकी है,

रात का चाँद अभी सोया नहीं और सुबह का सूरज कुहासे मैं है,

रोशनी होना अभी बाकी है...…

Continue

Added by Nihal Singh on April 28, 2013 at 12:58pm — No Comments

अपने बच्चियों पर सुरक्षा और सजगता रखने में ही भलाई है..

१-अपने बच्चियों को किसी के घर खेलने न जाने दे खासकर उनलोगों के पास जो अकेले रहते है..चाहे उनकी उम्र कितनी भी क्यों न हो



२- अपने बच्चियों को सजग रखे और उन्हें उंच नीच के बारे में सजग करे ..



३- किसी भी रिश्तेदार पर भी भरोसा रखना ठीक नही है क्योकि रेप के…

Continue

Added by Nihal Singh on April 27, 2013 at 5:38pm — No Comments

घर का रहे न घाट का.. ..........

'' घर का रहे न घाट का.. जिसे आदत इसकी पड़ जाती '' ,



'' दिन कब चले, रात कब ढले.. पता ही न चल पाए '' ,



'' नशे से बढकर नशा है ये.. जो ''फेसबुक'' कहलाये '' ,



'' सुबह सवेरे उठकर पहले ''स्टेटस'' लिखने की पड़ जाये '' ,



'' बुरी हो गयी हालत अब तो ''कमेन्ट'' और ''लाईक'' ही नजर आये '' ,



'' कितनो को किया है टैग.. किस किस ने किया है लाईक '' ,



'' घरवाले परेशान बहुत हैं.. और परेशान है अब तो…

Continue

Added by Nihal Singh on April 27, 2013 at 5:21pm — No Comments

छोटू चाय वाला .... कड़कती ठंड में ठिठुरता हुआ...................

बाल श्रम कराना कानूनी अपराध है ..... ये कानून बने हुए काफ़ी अरसा बीत चुका है ...लेकिन बाल श्रम को कितना कम कर पाये हैं ये सभी जानते हैं ....आख़िर वो बच्चे श्रम करते क्यों हैं ? क्योंकि वो और उनका परिवार गरीब है ...उनके पास बाल श्रम करने के आलावा और कोई रास्ता नही बचता ....हाँ जानता हूँ सरकार कुछ कर रही है ...ऐसे बच्चो के लिए ...लेकिन वो सरकार की कोशिशें कितनी उन बच्चो तक पहुँच पाती हैं इस बात से कोई भी अनजान नही....शायद इसके पीछे गरीबी,…

Continue

Added by Nihal Singh on April 27, 2013 at 3:06pm — No Comments

एक आँगन में दो आँगन हो .

एक आँगन में दो आँगन हो जाते हैं
मत पूछा कर किस कारन हो जाते हैं

हुस्न की दौलत मत बाँटा कर लोगों में
ऐसे वैसे लोग महाजन हो जाते हैं

ख़ुशहाली में सब होते हैं ऊँची ज़ात
भूखे-नंगे लोग हरिजन हो जाते हैं

राम की बस्ती में जब दंगा होता है
हिन्दू-मुस्लिम सब रावन हो जाते हैं!!

Added by Nihal Singh on April 27, 2013 at 2:18pm — No Comments

मोहब्बत में वफादारी से बचिये...

मोहब्बत में वफादारी से बचिये

जहाँ तक हो अदाकारी से बचिये



हर एक सूरत भली लगती है कुछ दिन

लहू की शोब्दाकारी से बचिये



शराफत आदमियत दर्द मंदी

बड़े शहरों में बीमारी से बचिये…



Continue

Added by Nihal Singh on April 27, 2013 at 1:28pm — No Comments

Blog Posts

परिक्षा

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments

होती है आज के युग मे भी परिक्षा !



अग्नि ना सही

अंदेशे कर देते है आज की सीता को भस्मीभूत !



रिश्तों की प्रत्यंचा पर सदा संधान लिए रहेता है वह तीर जो स्त्री को उसकी मुस्कुराहट, चूलबलेपन ओर सबसे हिलमिल रहेने की काबिलियत पर गडा जाता है सीने मे !



परीक्षा महज एक निमित थी

सीता की घर वापसी की !



धरती की गोद सदैव तत्पर थी सीताके दुलार करने को!

अब की कुछ सीता तरसती है माँ की गोद !

मायके की अपनी ख्वाहिशो पर खरी उतरते भूल जाती है, देर-सवेर उस… Continue

ग़ज़ल

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments

इसी बहाने मेरे आसपास रहने लगे मैं चाहता हूं कि तू भी उदास रहने लगे

कभी कभी की उदासी भली लगी ऐसी कि हम दीवाने मुसलसल उदास रहने लगे

अज़ीम लोग थे टूटे तो इक वक़ार के साथ किसी से कुछ न कहा बस उदास रहने लगे

तुझे हमारा तबस्सुम उदास करता था तेरी ख़ुशी के लिए हम उदास रहने लगे

उदासी एक इबादत है इश्क़ मज़हब की वो कामयाब हुए जो उदास रहने लगे

Evergreen love

Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments

*પ્રેમમય આકાંક્ષા*



અધૂરા રહી ગયેલા અરમાન

આજે પણ

આંટાફેરા મારતા હોય છે ,

જાડા ચશ્મા ને પાકેલા મોતિયાના

ભેજ વચ્ચે....



યથાવત હોય છે

જીવનનો લલચામણો સ્વાદ ,

બોખા દાંત ને લપલપતી

જીભ વચ્ચે



વીતી ગયો જે સમય

આવશે જરુર પાછો.

આશ્વાસનના વળાંકે

મીટ માંડી રાખે છે,

ઉંમરલાયક નાદાન મન



વળેલી કેડ ને કપાળે સળ

છતાંય

વધે ઘટે છે હૈયાની ધડક

એના આવવાના અણસારે.....



આંગણે અવસરનો માહોલ રચી

મૌન… Continue

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो

यूँ तो जलती है माचिस कि तीलियाँ भी

बात तो तब है जब धहकती मशाल बनो



रोक लो तूफानों को यूँ बांहो में भींचकर

जला दो गम का लम्हा दिलों से खींचकर

कदम दर कदम और भी ऊँची उड़ान भरो

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो



यूँ तो अक्सर बातें तुझ पर बनती रहेंगी

तोहमते तो फूल बनकर बरसा ही करेंगी

एक एक तंज पिरोकर जीत का हार करो

जिन्दा हों तो जिंदगी… Continue

No more pink

Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment

नो मोर पिंक

क्या रंग किसी का व्यक्तित्व परिभाषित कर सकता है नीला है तो लड़का गुलाबी है तो लड़की का रंग सुनने में कुछ अलग सा लगता है हमारे कानो को लड़कियों के सम्बोधन में अक्सर सुनने की आदत है.लम्बे बालों वाली लड़की साड़ी वाली लड़की तीख़े नयन वाली लड़की कोमल सी लड़की गोरी इत्यादि इत्यादि

कियों जन्म के बाद जब जीवन एक कोरे कागज़ की तरह होता हो चाहे बालक हो बालिका हो उनको खिलौनो तक में श्रेणी में बाँट दिया जता है लड़का है तो कार से गन से खेलेगा लड़की है तो गुड़िया ला दो बड़ी हुई तो डांस सिखा दो जैसे… Continue

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी

Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
न रुलाती तू मुझे अगर दर्द मे डुबो डुबो कर
फिर खुशियों की मेरे आगे क्या औकात थी
तूने थपकियों से नहीं थपेड़ो से सहलाया है
खींचकर आसमान मुझे ज़मीन से मिलाया है
मेरी चादर से लम्बे तूने मुझे पैर तो दें डाले
चादर को पैरों तक पहुंचाया ये बड़ी बात की
यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
Pooja yadav shawak

Let me kiss you !

Posted by Jasmine Singh on April 17, 2021 at 2:07am 0 Comments

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है खुद के दर्द पर खामोश रहते है जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है वो जो हँसते…

Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है

© 2024   Created by Facestorys.com Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Privacy Policy  |  Terms of Service