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ખુશી બસ વેંત છેટી છે...!!!!

ખુશી બસ વેંત છેટી છે.....

ભીતરની શાંત ઈચ્છાઓ જગાડી લે,
તું પણ ગાજરની પિપૂડી વગાડી લે.

દરદ સઘળાં પછાડી છોડી આવ્યા તો,
ખુશી બસ વેંત છેટી છે, અગાડી લે....

રમતમાં જિંદગી હારીને બેઠા હો,
વધારે આથી કોઈ શું બગાડી લે.

પ્રભુને નિત્ય પોઢાડે - જગાડે તું,
કદી તું માયલાને પણ જગાડી લે.

હજું જોઈ શકાશે બાળપણ તારું,
ફરી તું રીલ યાદોની વગાડી લે.

- અશોક વાવડીયા

Added by Ashok Vavadiya on May 15, 2015 at 2:19pm — No Comments

"उसने सौपा नहीं मुझको मेरे हिस्से का वज़ूद उसकी कोशिश है कि मुझसे मेरी रंजिश भी रहे"

"उसने सौपा नहीं मुझको मेरे हिस्से का
वज़ूद
उसकी कोशिश है कि मुझसे मेरी रंजिश
भी रहे"

Added by Juee Gor on May 14, 2015 at 11:09pm — No Comments

Tame malya ne mari "puja" puri thay gai

Na rahela pahado ni unchai mapto rahyo  hu...

sukayela zarna ma sangit sodhato rahyo hu...

varso na dukal  ma varsad ni vat nirkhato rahyo hu...

sukayela khetaro lilacham thavani rah joto rahyo hu...

bhid ma eklata sodhato rahyo hu...

sumsam rasta vacche bhid anubhavto rahyo hu...

sukayeli aankho ma aanshu sodhto rahyo hu...

na raheli majid ma namaz padto rahyo hu...

bandh mandir ma darshan karto rahyo hu...

khali padeli charcho…

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Added by Dr. pooja shah on May 14, 2015 at 5:06pm — 2 Comments

હાયકુ વાર્તાઓ

                                                                                                   હાયકુ વાર્તાઓ

 

 

                                           ભીખ

    સવારે લારી બહાર ચા પીતા સમયે ભીખ માંગનારાઓથી હેરાન થઇને તેણે એક નિશ્ચય કર્યો .

    આજ પછી જીંદગીમાં કયારેય કોઇ પણ ભીખારીને ભીખ નહીં આપુ...

        કલાક પછી તે મતદાન કરવા લાઇનમાં ઉભો હતો.…

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Added by mukesh pandya on May 14, 2015 at 12:58pm — No Comments

આપણા સંબંધ એટલે ! તકલાદી એવી માત્ર એક વર્ષની ગેરંટીLife નહી પણ વોરંટીLife જેવા ! ને વોરંટીLife પણ અવિશ્વસનીય !! Noગેરંટીનું Labelલગાવેલ જ હોય!

આપણા સંબંધ એટલે ! – કડી -8

 

આપણા સંબંધ એટલે !

તકલાદી એવી માત્ર એક વર્ષની ગેરંટીLife નહી પણ વોરંટીLife જેવા !

ને વોરંટીLife પણ અવિશ્વસનીય !! Noગેરંટીનું Labelલગાવેલ જ હોય!

 

સમજો કે સંબંધનો જન્મ Januaryમાં થાય !

Februaryમાં તો Instantવસંતની જેમ ખીલી જાય!                     

Marchમાં તો એક દમ જ પુખ્ત થઈ હિસાબ કરતા થઈ જાય!

Aprilમાં સંબંધમા અહમ ઉમેરાતા થોડા અદેખા ને ઈર્ષાળુ…

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Added by नरेनKसोनार"पंखी" on May 14, 2015 at 10:21am — No Comments

मापदण्ड बदलो / दुष्यंत कुमार

मेरी प्रगति या अगति का

यह मापदण्ड बदलो तुम,

जुए के पत्ते-सा

मैं अभी अनिश्चित हूँ ।

मुझ पर हर ओर से चोटें पड़ रही हैं,

कोपलें उग रही हैं,

पत्तियाँ झड़ रही हैं,

मैं नया बनने के लिए खराद पर चढ़ रहा हूँ,

लड़ता हुआ

नई राह गढ़ता हुआ आगे बढ़ रहा हूँ ।



अगर इस लड़ाई में मेरी साँसें उखड़ गईं,

मेरे बाज़ू टूट गए,

मेरे चरणों में आँधियों के समूह ठहर गए,

मेरे अधरों पर तरंगाकुल संगीत जम गया,

या मेरे माथे पर शर्म की लकीरें खिंच… Continue

Added by Rina Badiani Manek on May 12, 2015 at 2:27pm — No Comments

આ તે કેવી ઝંખના ?

આ તે કેવી ઝંખના ?

માણસને માણસની;
માણસને હુંફની;
હુંફને સાથની;
સાથને સંબંધની;
સંબંધને નામની;
નામને અર્થની;
અર્થને જિંદગીનીં;
જિંદગીને માણસની;

અને માણસને;……
—નેહલ

Added by nehal on May 10, 2015 at 10:39pm — No Comments

તો આજ તુમ મેરી હોતી...

અગર જો આ તારી મિત્ર ન હોતી,
તારા દિલની નજીક ન હોતી,
તો આજ આપણે એક હોતા,
 
તારી સાથે પ્રેમનું અંકુર હજી ફુટ્યું જ હતું,
ધીરે ધીરે વાતની હજી તો શરૂઆત જ થઈ…
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Added by Maulik Asodiya on May 8, 2015 at 8:33pm — No Comments

madhavnish

koi tamne tamara thi vadhare prem nathi kari shaktu,na koi tamara thi vadhare kadji lai shaktu,,to apchhi su kaam vyarth prem ni talash ma bhatkya karvu,...Madhavnish

Added by dr vijay prajapati on May 7, 2015 at 5:54pm — No Comments

darek vyakti sambandh ma eni sagvad jotu hoy che,prem ma eni jaruriyat jotu hoy che.,koi sagvad n jaruriyat thi upar jai koi apna mate jivtu nathi to us kaam koi na mate jindgi waste karvi...

darek vyakti sambandh ma eni sagvad jotu hoy che,prem ma eni jaruriyat jotu hoy che.,koi sagvad n jaruriyat thi upar jai koi apna mate jivtu nathi to us kaam koi na mate jindgi waste karvi...

Added by Dr. pooja shah on May 7, 2015 at 5:56pm — 1 Comment

radha krishna .... institute of luv...way of living in luv... its very easy to live like it. its very hardest to do as they do also....u have leave urself n surrender to another in all manners... so …

radha krishna .... institute of luv...way of living in luv... its very easy to live like it. its very hardest to do as they do also....u have leave urself n surrender to another in all manners... so just live urself n be in luv......

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Added by Dr. pooja shah on May 8, 2015 at 4:14pm — No Comments

अंतःस्त्रवण:

अंतःस्त्रवण:



एक हर्फ़ को ढूंढने गजल तक आने से खयाल आया :

हरेक शेर, हर लफ्ज़ एक दौर है

हर शेर और लफ्ज़ है मेरे गुजरे हुए…

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Added by Janak Desai on May 4, 2015 at 9:52pm — No Comments

भिन्न / अनामिका

मुझे भिन्न कहते हैं -

किसी पाँचवीं कक्षा के क्रुद्ध बालक की

गणित पुस्तिका में मिलूँगी -

एक पाँव पर खड़ी - डगमग !

मैं पूर्ण इकाई नहीं,

मेरा अधोभाग

मेरे माथे से जब भारी पड़ता है -

लोग मुझे मानते हैं ठीक-ठाक ,

अँग्रेजी में 'प्रोपर फ्रेक्शन' !



अगर कहीं गलती से

मेरा माथा

मेरे अधोभाग पर भारी पड़ जाए ,

लोगों के गले यह नहीं उतरता

और मेरे माथे पर बट्टा लग जाता है -

'इम्प्रोपर फ्रेक्शन' का !

क्या माथा अधोभाग से भारी… Continue

Added by Rina Badiani Manek on May 4, 2015 at 7:43pm — No Comments

कुंठा / दुष्यंत कुमार

मेरी कुंठा
रेशम के कीड़ों-सी
ताने-बाने बुनती,
तड़प तड़पकर
बाहर आने को सिर धुनती,
स्वर से
शब्दों से
भावों से
औ' वीणा से कहती-सुनती,
गर्भवती है
मेरी कुंठा –- कुँवारी कुंती!

बाहर आने दूँ
तो लोक-लाज मर्यादा
भीतर रहने दूँ
तो घुटन, सहन से ज़्यादा,
मेरा यह व्यक्तित्व
सिमटने पर आमादा।

Added by Rina Badiani Manek on May 3, 2015 at 9:19pm — No Comments

મારી વાત -17 ''વિચારોનો વૈભવ ''

મારી  વાત -17
''વિચારોનો વૈભવ ''…
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Added by Ketan Motla on May 4, 2015 at 10:52am — No Comments

ghazal

तुम को मौजों के तलातुम1 से हुआ होगा इश्क़
ज़हन में गर उतर आया यह बहर2 है - तो चलो 

तुम को साहिल का पता है, सिर्फ यह क़ाफ़ी नहीं
बादलों की भी सियासत की  खबर है - तो चलो
रहज़नों3 के सभी हथकंडों4 से वाक़िफ़5 हो मगर
कारवाँ वालों की निय्यत पै नज़र है - तो चलो

1. Turmoil 2. Ocean 3. Pirates 4. Tricks 5. Conversant

Added by Ashok Handoo 'Khamosh' on May 1, 2015 at 6:57pm — 1 Comment

મારી વાત -15 "પ્રેમરોગ થી પ્રેમયોગ સુધી "

મારી વાત -15

"પ્રેમરોગ થી પ્રેમયોગ સુધી "

સંસાર રૂપી મહાસાગરમાં માનવ મનના પડેલા અદ્ભુત રત્નો માં પ્રેમ નામે જાદુઈ તત્વ પડેલું છે. પ્રેમને ક્યારેય શબ્દોમાં વર્ણન કરી ન શકાય બસ અનુભવી જ શકાય. યુવાનીમાં વિજાતીય પાત્રોને થતો પ્રેમ, માતાનો બાળકને પ્રેમ,પિતા પુત્ર કે ભાઈ -બહેન ના પ્રેમના આદર્શ છે.…

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Added by Ketan Motla on April 30, 2015 at 4:25pm — No Comments

ઍક ગજલ

Added by Aagam Manishbhai Shah on April 30, 2015 at 11:55pm — No Comments

आवाज़ - चुपकी की

आवाज़, यह चुपकी की ...

... पसंद है मुझे ।

बाँट लेते है अपनी बातें हम,

कभी नजर फेर लेते है जब, तो

कभी नज़र से कह देते है, तब ;



लफ़्ज़ों का शोरगुल ..., जो…

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Added by Janak Desai on April 29, 2015 at 11:00pm — No Comments

तेरा घर और मेरा जंगल भीगता है साथ-साथ / परवीन शाकिर...

तेरा घर और मेरा जंगल भीगता है साथ-साथ

ऐसी बरसातें कि बादल भीगता है साथ-साथ

बचपने का साथ, फिर एक से दोनों के दुख

रात का और मेरा आँचल भीगता है साथ-साथ

वो अजब दुनिया कि सब खंज़र-ब-कफ़ फिरते हैं और

काँच के प्यालों में संदल भीगता है साथ-साथ

बारिशे-संगे-मलामत में भी वो हमराह है

मैं भी भीगूँ, खुद भी पागल भीगता है साथ-साथ

लड़कियों के दुख अजब होते हैं, सुख उससे अज़ीब

हँस रही हैं और काजल भीगता है साथ-साथ

बारिशें जाड़े की और तन्हा बहुत मेरा… Continue

Added by Juee Gor on April 29, 2015 at 7:47pm — No Comments

Blog Posts

परिक्षा

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments

होती है आज के युग मे भी परिक्षा !



अग्नि ना सही

अंदेशे कर देते है आज की सीता को भस्मीभूत !



रिश्तों की प्रत्यंचा पर सदा संधान लिए रहेता है वह तीर जो स्त्री को उसकी मुस्कुराहट, चूलबलेपन ओर सबसे हिलमिल रहेने की काबिलियत पर गडा जाता है सीने मे !



परीक्षा महज एक निमित थी

सीता की घर वापसी की !



धरती की गोद सदैव तत्पर थी सीताके दुलार करने को!

अब की कुछ सीता तरसती है माँ की गोद !

मायके की अपनी ख्वाहिशो पर खरी उतरते भूल जाती है, देर-सवेर उस… Continue

ग़ज़ल

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments

इसी बहाने मेरे आसपास रहने लगे मैं चाहता हूं कि तू भी उदास रहने लगे

कभी कभी की उदासी भली लगी ऐसी कि हम दीवाने मुसलसल उदास रहने लगे

अज़ीम लोग थे टूटे तो इक वक़ार के साथ किसी से कुछ न कहा बस उदास रहने लगे

तुझे हमारा तबस्सुम उदास करता था तेरी ख़ुशी के लिए हम उदास रहने लगे

उदासी एक इबादत है इश्क़ मज़हब की वो कामयाब हुए जो उदास रहने लगे

Evergreen love

Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments

*પ્રેમમય આકાંક્ષા*



અધૂરા રહી ગયેલા અરમાન

આજે પણ

આંટાફેરા મારતા હોય છે ,

જાડા ચશ્મા ને પાકેલા મોતિયાના

ભેજ વચ્ચે....



યથાવત હોય છે

જીવનનો લલચામણો સ્વાદ ,

બોખા દાંત ને લપલપતી

જીભ વચ્ચે



વીતી ગયો જે સમય

આવશે જરુર પાછો.

આશ્વાસનના વળાંકે

મીટ માંડી રાખે છે,

ઉંમરલાયક નાદાન મન



વળેલી કેડ ને કપાળે સળ

છતાંય

વધે ઘટે છે હૈયાની ધડક

એના આવવાના અણસારે.....



આંગણે અવસરનો માહોલ રચી

મૌન… Continue

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो

यूँ तो जलती है माचिस कि तीलियाँ भी

बात तो तब है जब धहकती मशाल बनो



रोक लो तूफानों को यूँ बांहो में भींचकर

जला दो गम का लम्हा दिलों से खींचकर

कदम दर कदम और भी ऊँची उड़ान भरो

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो



यूँ तो अक्सर बातें तुझ पर बनती रहेंगी

तोहमते तो फूल बनकर बरसा ही करेंगी

एक एक तंज पिरोकर जीत का हार करो

जिन्दा हों तो जिंदगी… Continue

No more pink

Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment

नो मोर पिंक

क्या रंग किसी का व्यक्तित्व परिभाषित कर सकता है नीला है तो लड़का गुलाबी है तो लड़की का रंग सुनने में कुछ अलग सा लगता है हमारे कानो को लड़कियों के सम्बोधन में अक्सर सुनने की आदत है.लम्बे बालों वाली लड़की साड़ी वाली लड़की तीख़े नयन वाली लड़की कोमल सी लड़की गोरी इत्यादि इत्यादि

कियों जन्म के बाद जब जीवन एक कोरे कागज़ की तरह होता हो चाहे बालक हो बालिका हो उनको खिलौनो तक में श्रेणी में बाँट दिया जता है लड़का है तो कार से गन से खेलेगा लड़की है तो गुड़िया ला दो बड़ी हुई तो डांस सिखा दो जैसे… Continue

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी

Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
न रुलाती तू मुझे अगर दर्द मे डुबो डुबो कर
फिर खुशियों की मेरे आगे क्या औकात थी
तूने थपकियों से नहीं थपेड़ो से सहलाया है
खींचकर आसमान मुझे ज़मीन से मिलाया है
मेरी चादर से लम्बे तूने मुझे पैर तो दें डाले
चादर को पैरों तक पहुंचाया ये बड़ी बात की
यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
Pooja yadav shawak

Let me kiss you !

Posted by Jasmine Singh on April 17, 2021 at 2:07am 0 Comments

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है खुद के दर्द पर खामोश रहते है जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है वो जो हँसते…

Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है

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