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Posted on September 4, 2020 at 8:26pm 0 Comments 3 Likes
झील सी शांत हो गई है,
अब सताती ही नहीं..
सच कहते है साहब,
जिंदगी में अब वो
पहले जैसी बात नहीं..!
Posted on September 4, 2020 at 8:25pm 0 Comments 4 Likes
उम्र के इस हसीन शाम में
चांदी उगने लगी है बालों में,
चेहरे की दीवारें अब रंग छोड़ने लगी है..
झुर्रियों की दरारों से झाकते है तजुर्बे
देखने ढंग इस नई लगती पुरानी दुनिया के,
फिर से बच्चा बना ये दिल
निहारता है आसमान छूते उसके बच्चो को...
बस आंखो में सजा लेने दे ये उड़ाने इनकी
जरा ठहर जा ए जिंदगी..
तुझे गुजरने की इतनी जल्दी भी क्या है..
Posted on September 1, 2020 at 12:43am 0 Comments 6 Likes
थक चुके है ये,
सहमे से रहकर...
अपनो की तलाश छोड़,
मेरे अंदर के सन्नाटे अब
दीवारों से बाते करते है..
Posted on August 28, 2020 at 12:08am 0 Comments 7 Likes
चांद जितनी चाहत है,
जुगनू जितनी हैसियत है मेरी...
ख्वाहिशों की दुनिया में,
बस अधूरे ख्वाब ही मिल्कियत है मेरी..
मिल्कियत= 'जागीर', ' जायदाद '
Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 0 Comments 1 Like
वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
Posted by Sakshi garg on February 16, 2021 at 11:18pm 0 Comments 2 Likes
जब मुझे पता चला कि तुम पानी हो
तो मै भीग गया सिर से पांव तक ।
जब मुझे पता चला कि तुम हवा की सुगंध हो
तो मैंने एक श्वास में समेट लिया तुम्हे अपने भीतर।
जब मुझे पता चला कि तुम मिट्टी हो
तो मै जड़ें बनकर समा गया तुम्हारी आर्द्र गहराइयों में।
जब मुझे मालूम हुआ कि तुम आकाश हो
तो मै फैल गया शून्य बनकर।
अब मुझे बताया जा रहा है कि तुम आग भी हो•••
तो मैंने खूद को बचा कर रख है तुम्हारे लिए।
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चांदी उगने लगी है बालों में,
चेहरे की दीवारें अब रंग छोड़ने लगी है..
झुर्रियों की दरारों से झाकते है तजुर्बे
देखने ढंग इस नई लगती पुरानी दुनिया के,
फिर से बच्चा बना ये दिल
निहारता है आसमान छूते उसके बच्चो को...
बस आंखो में सजा लेने दे ये उड़ाने इनकी
जरा ठहर जा ए जिंदगी..
तुझे गुजरने की इतनी जल्दी भी क्या है..