Made in India
Started this discussion. Last reply by yessica andrea May 9, 2014. 1 Reply 2 Likes
"Come, Let's save the Sparrows" ..There is a common perception that mobile tower, high rise building and pollution are behind the decline in the no of house sparrows. They are partly true but the…Continue
Posted on June 3, 2013 at 9:41am 0 Comments 4 Likes
बहते हुए पानी की ना तासीर पूछिए,
मौजों का वेग देखिये, मत औकात पूछिए,
जहां आप खडे है आज, इतना भी न अकडिये,
ये मंज़िल-ए-वक़त है, कभी आगे तो कभी पीछे देखिये.
[ तासीर = प्रभाव, वेग = गति या चाल ]
-गीतेश महेता 01.06.2013
Posted on June 1, 2013 at 10:45am 0 Comments 0 Likes
इसी गली में वो भूखा किसान रहता है।
ये वो जमीं है जहाँ आसमान रहता है।।
मैं डर रहा हूँ हवा से ये पेड़ गिर न पड़े।
कि इस पे चिड़ियों का इक खानदान रहता है।।
सड़क पे घूमते पागल की तरह दिल है मेरा।
हमेशा चोट का ताजा निशान रहता है।।
तुम्हारे ख्वाबों से आँखों महकती रहती हैं।
तुम्हारी याद से दिल जाफरान रहता है।।
-- मुनव्वर राना @ ग़ज़ल संग्रह 'सब उसके लिए'
Posted on June 1, 2013 at 10:42am 0 Comments 0 Likes
सोये हुअे ईश्क-ए-अरमान, वो फिर जगा देते है,
मिलता हुं जब भी "मीर" से, वो अकसर रूला देते है.
एक वो मयखाना है जहां जाना हम टाल देते है,
एक वो "ग़ालिब" है, वो आके हमे रोज़ पिला देते हैं.
मैंने "राहत" को खत लिखा, कि बुजा दो दिल की लगी,
मिलते ही खत मेरा, वो अकसर जला देते हैं.
जब भी मिलता हुं "राना" से, बडी सिद्दत से मिलता हुं,
पूछने पर सनम का पता, वो माँ का हाल सुना देते है..
- गीतेश…
Posted on June 1, 2013 at 10:40am 0 Comments 1 Like
जुबाँ खामोश है ये माना; नजर का कया करोगे,
इशारों की कातील जुबाँ है, ये जमाना जानता है.
ले आया तराज़ू अब, चलो कुछ रिश्ते बांटते है,
मेरे हिस्से में कया आया, ये जमाना जानता है.
निशाँ उनके ज़खम के, किस किस को दिखायें,
बेवफ़ाई की है निशानी, ये जमाना जानता है.
खाकर एक निवाला तेरे साथ, मुझे कया मिलेगा,
भूखे है मेरे घर के बच्चे, ये जमाना जानता है.
हर तरफ चर्चे हैं…
Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments 0 Likes
Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments 0 Likes
Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments 1 Like
Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments 1 Like
Posted by Jasmine Singh on July 15, 2021 at 6:25pm 0 Comments 1 Like
Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment 2 Likes
Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments 3 Likes
Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment 1 Like
वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
© 2024 Created by Facestorys.com Admin. Powered by
Badges | Report an Issue | Privacy Policy | Terms of Service
Comment Wall (1 comment)
You need to be a member of Facestorys.com to add comments!
Join Facestorys.com