Made in India
मिलते थे रोजाना
हम लोग भी...
कभी मीठा तोह
कभी सुपारी डलवाके
चबाते थे पान ...
कभी अपनी परेशानी
सिगरेट के धुएंसे
उधारीमें निकालते थे…
હજી હમણાં જ તો
આ નાખ કાપ્યા હતા,
ફરી આવી ગયા,
પેલી ઘરના દરવાજા પર
લટકાતી વેલ ની જેમ,
ગમે તેટલો આકાર આપું,
પણ…
પંખો fast કર્યો
સુવા પથારી પર આડી પડી,
આંખો બંધ કરી પણ
ઊંઘ નથી આવતી,
આમથી તેમ પડખા ફરું,
થોડી વાર આમ ચાલ્યું,
Mobile માં સમય જોયો
12:45AM
સવારે જલ્દી ઊઠવાનું…
दो जवाँ दिलों का ग़म दूरियाँ समझती हैं
कौन याद करता है हिचकियाँ समझती हैं।
तुम तो ख़ुद ही क़ातिल हो, तुम ये बात क्या जानो
क्यों हुआ मैं दीवाना बेड़ियाँ समझती हैं।
बाम से…
Blog समझती हैं 7 Likes आहटेंदुपहर को देखा न जाने
फर्श पर ये परछाई है किसकी,
वो बंध दरवाज़ा,
खुली हुई खिड़की,
फर्श पर लेटी धुप ,
धुप में बदन को…
इतने सालों से दिन रात भाग दौड़ करती ये सड़क पे मैं अकेला पेड़ यहाँ खड़ा था, रोज़ कितने लोग आते जाते रहेते है पर मेरे सामने देखने के लिए किसीके पास वक़्त नहीं था। हररोज़ सबको देखता…
Blog Story Of a Tree. 4 Likes Syahee in Feelings Magazine Blog Syahee in Feelings Magazine 7 LikesPosted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments 0 Likes
Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments 0 Likes
Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments 1 Like
Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments 1 Like
Posted by Jasmine Singh on July 15, 2021 at 6:25pm 0 Comments 1 Like
Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment 2 Likes
Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments 3 Likes
Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment 1 Like
वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
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