Hasmukh amathalal mehta's Blog – November 2017 Archive (8)

Sacredness

Sacredness 





I caught up with adulthood

the meaning of it was not understood

but I found tremendous change in body

it was noticed by everybody 



still, I managed neutrality 

and maintained cordiality 

I moved with…

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Added by Hasmukh amathalal mehta on November 30, 2017 at 11:23am — No Comments

સમય વેડફવાથી

સમય વેડફવાથી 



યાદો ને વાગોળવી સારી વાત છે 

પણ એને વળગી રહેવુ એ લાત છે 

સારી હોય કે દુઃખદ, એ તમને લાગણીવશ કરી દે છે 

સારા હોવા છતાં તમને નાલેશ કરી દે છે। 



ચિંતા શા મારે કરવી? 

ભૂતકાળ ની યાદો જરૂર થી વાગોળવી 

પણ તેને ચીપ કી રહેવું એ…

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Added by Hasmukh amathalal mehta on November 29, 2017 at 7:02am — No Comments

छुपाते छुपती नहीं

 पूरी दुनिया ने मोदीजी का लोहा माना कैसे बढ़ गया आगे एक चाय बेचनेवाला? कोंग्रेसी देखते ही रह गए अपने हाथ मलते हि रह गए। ये कौभांडी लोग भारत की जनता को मुर्ख समझते थे खोटे वचन देकर भरमा देते थे उनका ख्याल था " जनता एक साड़ी और बोतल में बीक जाएगी " एक बार सत्ता हांसिल हो जाय फिर कहाँ पूछने आएगी ? उनके सपने धरे के धरे रह गए पुरे हिन्दुस्तान में उनके कारनामे उजागर हो गए…

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Added by Hasmukh amathalal mehta on November 28, 2017 at 5:29pm — No Comments

दरवाजे पतन के

दरवाजे पतन के



आज यह कैसीमज़बूरी है 

हमारे में बिलकुल ही सबुरी नहीं है 

इतनीजल्दी भी क्या? 

साप सूंघ गया है क्या? 



मानो एक संजीवनी हाथ लगी है 

राजकारण एक नया धंधा बन गया है 

पानी की तरह लोग रुपया बहा देते है 

जनता को…

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Added by Hasmukh amathalal mehta on November 21, 2017 at 9:44am — No Comments

खुद्दारी से

खुद्दारी से

 

मेरी बसी है जान

फिर भी में रहा अनजान

तिरंगा मेरी रहा है शान

लुटा भी दूँ जान।

 

फिर भी शांति का चाहक

मेरे देश का  में बनु संवाहक

यदि में कुछ काम आ सकूँ

अपने आप को अदना सेवक कह सकूँ।

 

 बलिदान देना चाहता हूँ

अपने खून का एक एक कतरा उसके लिए रखा  हूँ

पता नहीं…

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Added by Hasmukh amathalal mehta on November 19, 2017 at 6:10pm — No Comments

My grandson

My grandson

 

He is my grandson

Very much enthusiastic person

Serious in studies to advance further

And positively drives carrier

 

Ill luck would have it

She had to meet

With smallpox attack

For 10 days he remained indoor as sick

 

Very dear

And so much clear

In his…

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Added by Hasmukh amathalal mehta on November 19, 2017 at 6:17am — No Comments

हम और हमारी सेना ham

हम और हमारी सेना

हम और हमारी सेना

शौर्य और शूरवीरता की जी गाथा

लेंगे वापस कश्मीर का आधा हीस्सा

जेहादियों का ख़त्म होने जा रहा जुस्सा।

देश का हर जवान गुस्से में है

क्यों हम वतन के दुश्मनों के साथ नरमी दिखा रहे है ?

क्यों ये लोगो को अमन की जिंदगी बसर करने देनी चाहिए।

बाहरी फण्ड से अमन करने वालो को बाहरी रास्ता दिखाना…

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Added by Hasmukh amathalal mehta on November 18, 2017 at 5:20pm — No Comments

એના પણ લેખ

એના પણ લેખ

 

જિંદગી ની તમામ યાદી

લાવે ચોક્કસ બરબાદી

પણ યાદગાર યાદ

બને રહે એક સંવાદ।

 

જીવન ની ખુબસુરત પળ

ધસી આવે આંખોમાં જળ

જો હોય મન નિર્મળ

તો નયનો રહે હંમેશા સજળ।

 

જેની યાદ આવતાજ  વ્યગ્ર થાય મન

કાંપે થરથર તન

પુકારે એકરટે "તું આવીજા ને"

આ ખાલીપા ને પુરી…

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Added by Hasmukh amathalal mehta on November 15, 2017 at 8:57pm — No Comments

Blog Posts

परिक्षा

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments

होती है आज के युग मे भी परिक्षा !



अग्नि ना सही

अंदेशे कर देते है आज की सीता को भस्मीभूत !



रिश्तों की प्रत्यंचा पर सदा संधान लिए रहेता है वह तीर जो स्त्री को उसकी मुस्कुराहट, चूलबलेपन ओर सबसे हिलमिल रहेने की काबिलियत पर गडा जाता है सीने मे !



परीक्षा महज एक निमित थी

सीता की घर वापसी की !



धरती की गोद सदैव तत्पर थी सीताके दुलार करने को!

अब की कुछ सीता तरसती है माँ की गोद !

मायके की अपनी ख्वाहिशो पर खरी उतरते भूल जाती है, देर-सवेर उस… Continue

ग़ज़ल

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments

इसी बहाने मेरे आसपास रहने लगे मैं चाहता हूं कि तू भी उदास रहने लगे

कभी कभी की उदासी भली लगी ऐसी कि हम दीवाने मुसलसल उदास रहने लगे

अज़ीम लोग थे टूटे तो इक वक़ार के साथ किसी से कुछ न कहा बस उदास रहने लगे

तुझे हमारा तबस्सुम उदास करता था तेरी ख़ुशी के लिए हम उदास रहने लगे

उदासी एक इबादत है इश्क़ मज़हब की वो कामयाब हुए जो उदास रहने लगे

Evergreen love

Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments

*પ્રેમમય આકાંક્ષા*



અધૂરા રહી ગયેલા અરમાન

આજે પણ

આંટાફેરા મારતા હોય છે ,

જાડા ચશ્મા ને પાકેલા મોતિયાના

ભેજ વચ્ચે....



યથાવત હોય છે

જીવનનો લલચામણો સ્વાદ ,

બોખા દાંત ને લપલપતી

જીભ વચ્ચે



વીતી ગયો જે સમય

આવશે જરુર પાછો.

આશ્વાસનના વળાંકે

મીટ માંડી રાખે છે,

ઉંમરલાયક નાદાન મન



વળેલી કેડ ને કપાળે સળ

છતાંય

વધે ઘટે છે હૈયાની ધડક

એના આવવાના અણસારે.....



આંગણે અવસરનો માહોલ રચી

મૌન… Continue

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो

यूँ तो जलती है माचिस कि तीलियाँ भी

बात तो तब है जब धहकती मशाल बनो



रोक लो तूफानों को यूँ बांहो में भींचकर

जला दो गम का लम्हा दिलों से खींचकर

कदम दर कदम और भी ऊँची उड़ान भरो

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो



यूँ तो अक्सर बातें तुझ पर बनती रहेंगी

तोहमते तो फूल बनकर बरसा ही करेंगी

एक एक तंज पिरोकर जीत का हार करो

जिन्दा हों तो जिंदगी… Continue

No more pink

Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment

नो मोर पिंक

क्या रंग किसी का व्यक्तित्व परिभाषित कर सकता है नीला है तो लड़का गुलाबी है तो लड़की का रंग सुनने में कुछ अलग सा लगता है हमारे कानो को लड़कियों के सम्बोधन में अक्सर सुनने की आदत है.लम्बे बालों वाली लड़की साड़ी वाली लड़की तीख़े नयन वाली लड़की कोमल सी लड़की गोरी इत्यादि इत्यादि

कियों जन्म के बाद जब जीवन एक कोरे कागज़ की तरह होता हो चाहे बालक हो बालिका हो उनको खिलौनो तक में श्रेणी में बाँट दिया जता है लड़का है तो कार से गन से खेलेगा लड़की है तो गुड़िया ला दो बड़ी हुई तो डांस सिखा दो जैसे… Continue

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी

Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
न रुलाती तू मुझे अगर दर्द मे डुबो डुबो कर
फिर खुशियों की मेरे आगे क्या औकात थी
तूने थपकियों से नहीं थपेड़ो से सहलाया है
खींचकर आसमान मुझे ज़मीन से मिलाया है
मेरी चादर से लम्बे तूने मुझे पैर तो दें डाले
चादर को पैरों तक पहुंचाया ये बड़ी बात की
यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
Pooja yadav shawak

Let me kiss you !

Posted by Jasmine Singh on April 17, 2021 at 2:07am 0 Comments

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है खुद के दर्द पर खामोश रहते है जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है वो जो हँसते…

Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है

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