Jahnvi Mehta's Blog (9)

कोई बादल

कोई बादल को मै रोक सकूँ तो क्या, हाल उसका व उसकी बातें जान सकूँ तो क्या।।

वो मिला होगा उस सूरज से कोई गुफ़्तगू शायद की होगी।में पसंद उनकी जान सकूँ तो क्या।।

बादल सूरज की लुकाछिपी के खेल मे जीता कोन और कोन हारा।मै उनके संग ये खेल सकूँ तो क्या।।

क्या वेंभी हम-से लड़ते होंगे फिर कैसे एकदूजे को मनाते होंगे।।बिजली से ये सब पूछ सकूँ तो क्या।।

बुँदे बनावट उनकी कारीगरी है और यह मेघधनु का अनजाना उनकी मोहब्बत शायद।रंगो से मिलके यह देख सकूँ तो क्या।।

कोई बादल को मै रोक सकूँ तो क्या,… Continue

Added by Jahnvi Mehta on June 29, 2016 at 9:13pm — 1 Comment

Hate or love??

I hate you, but i love you

I can never let you go

no matter what you put me through

Still you are not my foe

for every smile you create

you make a thousand more tears

for every dread you take away

you create a thousand more fears

Whether you were in love with me whether you were not..

I can't cieze the feelings they are real ,not in control..



I will love you for the lessons you taught..

I will love you for giving me this… Continue

Added by Jahnvi Mehta on June 28, 2016 at 10:35pm — No Comments

Raah..

Dhal chuki shaam..koi raah dekhe tha..

Yeh suhana chand..tera saath chahta tha..



Kyu muskuraae manzar mere..tere vaaste betaab thi aakhe..

Vajood mera mit chalaa kahi.. he ab gumsum si meri raate..

Sitaaron ka jo he baag..teri raah dekhe tha..

Dhal chuki he shaam..koi raah dekhe tha..



Wo raat bhigi si reh gai..thi bharke gum ki saanse..

Koii bhul betha dhadkan..sun bas tere hi vaaste..

Khuda ne bhi chhoda saath..teri raah dekhe tha..

Dhal… Continue

Added by Jahnvi Mehta on June 27, 2016 at 11:25pm — No Comments

He...

He touched my soul

He brought his heart

He caught my breathe

He hugged me hard

Where's he..

I need him right now..

Away from my existence..

But he is still with my heart..

Go air..go moon..

Send him this summons..

Queen is waiting...

Sleeping in Autumn..

Come back..come fast

Give her new life..

So god can declare that Spring is on time

Fragrance of that body is still lingering around..

Feeling of that touch still… Continue

Added by Jahnvi Mehta on April 7, 2016 at 10:52pm — No Comments

Mind

your mind is like the ocean

a constant wave of emotion

for a second it was a storm of hate crashing out

now it is a calm tide of love surfacing about



beneath the tides lie countless wrecks

like memories resting inside my head

I thought I'd forgotten

placed them deep below

but they surface from time to time

trying to stay afloat



my mind has a never ending complexity

I own it - yet struggle to control it

it is drowning in… Continue

Added by Jahnvi Mehta on March 14, 2016 at 6:32pm — No Comments

બદલાવી જોઇએ વિચારધારા

બદલો નહીં લે -બદલાવ લાવ,

હું નથી તુ નથી આ આપણે છીએ .

લાલચ-દ્વેષ ના ભાવ મનમાં ન લાવ..

ઉદાસીનતા છોડ ઉદારતા લાવ .

વાદ વિવાદ ની રમખાણ છે અહીંયા

વિચારો સંવાદો ને આવકાર આપ,

આદર્શ ને સિદ્ધાંત ના રસ્તે ચાલ,

મન જગત ને વિકસિત બનાવ









પ્રજા જ્યાં સુધી 'માઈનોરીટી'.. 'દલિત-પીડીત' નાં નામે વધુ મલાઈ ખાતી જવાની રુગ્ણ માનસિકતા નહિ છોડે ત્યાં સુધી કોઈ પણ સરકાર 'લોલીપોપ' સિવાય કશું જ નહિ આપે. આ એક નીવડેલું અને 'સર્વકાલીન' કહી શકાય એવું 'દીર્ઘકાલીન' સત્ય… Continue

Added by Jahnvi Mehta on March 7, 2016 at 9:30pm — No Comments

She...

I saw her wandering 
through the night, 
as sorrow bathed 
her shadowed face, 
neither creature nor flower 
it seemed to me, 
could make an ounce 
of happiness grace. 
As moon beams kissed 
her painted hair, 
and danced upon 
her naked feet, 
she of silver 
unaware, 
stole my heart 
and caught it's beat.

Added by Jahnvi Mehta on March 1, 2016 at 10:58pm — No Comments

Vyatha

Maagyu tu taari paase prabhu muj chir aayushya..

Te aapel aaj vardaan aaje shraap jevu bhaase chhe..

Aa karchali vaala kar koii kapaad ne vahaal sopvaa dhruje chhe..

Aa netro ni zaakhap maari vay ni chaadi khaay chhe k aa aansuo ni bhinaash maari drasti aspasht kare chhe samji nathi shakti..

Jenaa sukh ne ..Smit ne jova..aa aaykhu me sangharsh ma gujaaryu...

Tu kevo nirday chhe he prabhu..mane eklataa ni mitrata sopi gayo..ene j tuj dhaam laii gayo..

Vednaa o hu… Continue

Added by Jahnvi Mehta on March 1, 2016 at 7:31am — No Comments

દીકરી પરી છું હું નિરાલી ,બહુ લાડકી છું તમારી (२) પપ્પા હું તો દીકરી તમારી ... પાંખોમાં સપનાંઓ લઇને ઉડી છું એ પ્રેમ ની મૂરત હું તમારી... પાર કરીશ હું સાતેય સમંદર ખંત ભરી છે ને મારામાં તમારી .. પપ્પા…

દીકરી



પરી છું હું નિરાલી ,બહુ લાડકી છું તમારી (२)

પપ્પા હું તો દીકરી તમારી ...

પાંખોમાં સપનાંઓ લઇને ઉડી છું એ પ્રેમ ની મૂરત હું તમારી...

પાર કરીશ હું સાતેય સમંદર ખંત ભરી છે ને મારામાં તમારી ..

પપ્પા હું તો દીકરી તમારી ...



માઁ ની છબિ કહે મને સૌ પણ જિગરનો ટૂકડો હું તમારી

સદા હસતા રાખીશ તમને ,આંખો થી નહીં વેહવા દઉં પાણી

પપ્પા હું તો દીકરી તમારી...



ક્રોધ તમારો છે મારી પ્રિય વાનગી કારણ એ થી જ તો છે પ્રગતિ મારી

ના કહે સમજી જાઓ છો… Continue

Added by Jahnvi Mehta on February 29, 2016 at 8:40pm — No Comments

Blog Posts

परिक्षा

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments

होती है आज के युग मे भी परिक्षा !



अग्नि ना सही

अंदेशे कर देते है आज की सीता को भस्मीभूत !



रिश्तों की प्रत्यंचा पर सदा संधान लिए रहेता है वह तीर जो स्त्री को उसकी मुस्कुराहट, चूलबलेपन ओर सबसे हिलमिल रहेने की काबिलियत पर गडा जाता है सीने मे !



परीक्षा महज एक निमित थी

सीता की घर वापसी की !



धरती की गोद सदैव तत्पर थी सीताके दुलार करने को!

अब की कुछ सीता तरसती है माँ की गोद !

मायके की अपनी ख्वाहिशो पर खरी उतरते भूल जाती है, देर-सवेर उस… Continue

ग़ज़ल

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments

इसी बहाने मेरे आसपास रहने लगे मैं चाहता हूं कि तू भी उदास रहने लगे

कभी कभी की उदासी भली लगी ऐसी कि हम दीवाने मुसलसल उदास रहने लगे

अज़ीम लोग थे टूटे तो इक वक़ार के साथ किसी से कुछ न कहा बस उदास रहने लगे

तुझे हमारा तबस्सुम उदास करता था तेरी ख़ुशी के लिए हम उदास रहने लगे

उदासी एक इबादत है इश्क़ मज़हब की वो कामयाब हुए जो उदास रहने लगे

Evergreen love

Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments

*પ્રેમમય આકાંક્ષા*



અધૂરા રહી ગયેલા અરમાન

આજે પણ

આંટાફેરા મારતા હોય છે ,

જાડા ચશ્મા ને પાકેલા મોતિયાના

ભેજ વચ્ચે....



યથાવત હોય છે

જીવનનો લલચામણો સ્વાદ ,

બોખા દાંત ને લપલપતી

જીભ વચ્ચે



વીતી ગયો જે સમય

આવશે જરુર પાછો.

આશ્વાસનના વળાંકે

મીટ માંડી રાખે છે,

ઉંમરલાયક નાદાન મન



વળેલી કેડ ને કપાળે સળ

છતાંય

વધે ઘટે છે હૈયાની ધડક

એના આવવાના અણસારે.....



આંગણે અવસરનો માહોલ રચી

મૌન… Continue

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो

यूँ तो जलती है माचिस कि तीलियाँ भी

बात तो तब है जब धहकती मशाल बनो



रोक लो तूफानों को यूँ बांहो में भींचकर

जला दो गम का लम्हा दिलों से खींचकर

कदम दर कदम और भी ऊँची उड़ान भरो

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो



यूँ तो अक्सर बातें तुझ पर बनती रहेंगी

तोहमते तो फूल बनकर बरसा ही करेंगी

एक एक तंज पिरोकर जीत का हार करो

जिन्दा हों तो जिंदगी… Continue

No more pink

Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment

नो मोर पिंक

क्या रंग किसी का व्यक्तित्व परिभाषित कर सकता है नीला है तो लड़का गुलाबी है तो लड़की का रंग सुनने में कुछ अलग सा लगता है हमारे कानो को लड़कियों के सम्बोधन में अक्सर सुनने की आदत है.लम्बे बालों वाली लड़की साड़ी वाली लड़की तीख़े नयन वाली लड़की कोमल सी लड़की गोरी इत्यादि इत्यादि

कियों जन्म के बाद जब जीवन एक कोरे कागज़ की तरह होता हो चाहे बालक हो बालिका हो उनको खिलौनो तक में श्रेणी में बाँट दिया जता है लड़का है तो कार से गन से खेलेगा लड़की है तो गुड़िया ला दो बड़ी हुई तो डांस सिखा दो जैसे… Continue

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी

Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
न रुलाती तू मुझे अगर दर्द मे डुबो डुबो कर
फिर खुशियों की मेरे आगे क्या औकात थी
तूने थपकियों से नहीं थपेड़ो से सहलाया है
खींचकर आसमान मुझे ज़मीन से मिलाया है
मेरी चादर से लम्बे तूने मुझे पैर तो दें डाले
चादर को पैरों तक पहुंचाया ये बड़ी बात की
यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
Pooja yadav shawak

Let me kiss you !

Posted by Jasmine Singh on April 17, 2021 at 2:07am 0 Comments

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है खुद के दर्द पर खामोश रहते है जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है वो जो हँसते…

Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है

© 2024   Created by Facestorys.com Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Privacy Policy  |  Terms of Service