Janak Desai's Blog – December 2014 Archive (7)

christmas on Fifth Avenue

christmas on Fifth Avenue

while the Joy

on this day

prevails within me,

there are many, who

cannot unveil the pain they feel;

 

and I,

in the midst of many a…

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Added by Janak Desai on December 26, 2014 at 7:30am — No Comments

ખોજ

ભીડમાં ખોવાયલો, એકાંત ને જ્યારે જડે.
એકલાની ભીડ ત્યારે, માંહ્યલાને પરવડે.

જનક મ દેસાઈ 

Added by Janak Desai on December 24, 2014 at 9:00am — No Comments

આ તે કેવું !!

કે આભ ને તો હાશ થઇ, વરસાદ થઇ આંસુ વહ્યાં,
ઝીલ્યાં કરી ભીના રહ્યે પણ રે અમે કોરા રહ્યાં.

~ જનક મ દેસાઈ

Added by Janak Desai on December 24, 2014 at 6:59am — No Comments

વિચારવું જ નહીં

ખળખળ જે વહેતું હોય 

હૈયાથી જે કહેતું હોય 

ઝરણું: એને કહેવું જ નહીં…

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Added by Janak Desai on December 23, 2014 at 6:49am — No Comments

Life is Beautiful

Life is Beautiful:

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At end of the day:

When i close my eyes,

i open them wide, and 

see the blue skies, 

I then realize...

'जिंदगी फिर भी यहाँ खुबसूरत है' *

The Haze which prevails at times,

i realize, as the time rewinds, that

it is my mind not eyes which remains...

... Blind...

I...

Therefore

close my eyes, and

i open mind wide,…

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Added by Janak Desai on December 21, 2014 at 11:30pm — No Comments

ખંજન

કલમ નથી , 
છે બાણ તારા નયનોના,
જે લખ્યા કરે છે ગઝલ ...

ને તારા ગાલ પર બે ખંજન પ્રિયે, 
કર્યા કરે છે દુનિયાથી...
મુજને અઝલ.

જનક મ. દેસાઈ

Added by Janak Desai on December 14, 2014 at 8:44am — No Comments

ઘરઘર રમત્યું :

ઘરઘર રમત્યું :

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હું, અને તું ,

વૃક્ષની ઓલી ડાળીઓની જેમ, 

ભેળા રહી અળગા થતા રહ્યા; 

દૂર ક્ષિતિજ મળવાના ભાસે, 

ઘરઘર રમત્યું રમતા રહ્યા;

જોને,

એક જ આવાસ, ‘ને એક જ આકાશ તળે,

એક જ પ્યાલાનું સિંચન જે અધરો ને મળે;

હાથ બે હોવા છતાં, તાળી કેમેય ના પડે !!

બે ડાળીઓ ના છેડા, લ્યો કેમ ના મળે ?

આપણે તો,

માંડ્યા હતાં પગલાં, શમણાંના સહારે,

‘ને અરમાનો જાણે, લાલી વહેલી…

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Added by Janak Desai on December 12, 2014 at 5:17am — No Comments

Blog Posts

परिक्षा

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments

होती है आज के युग मे भी परिक्षा !



अग्नि ना सही

अंदेशे कर देते है आज की सीता को भस्मीभूत !



रिश्तों की प्रत्यंचा पर सदा संधान लिए रहेता है वह तीर जो स्त्री को उसकी मुस्कुराहट, चूलबलेपन ओर सबसे हिलमिल रहेने की काबिलियत पर गडा जाता है सीने मे !



परीक्षा महज एक निमित थी

सीता की घर वापसी की !



धरती की गोद सदैव तत्पर थी सीताके दुलार करने को!

अब की कुछ सीता तरसती है माँ की गोद !

मायके की अपनी ख्वाहिशो पर खरी उतरते भूल जाती है, देर-सवेर उस… Continue

ग़ज़ल

Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments

इसी बहाने मेरे आसपास रहने लगे मैं चाहता हूं कि तू भी उदास रहने लगे

कभी कभी की उदासी भली लगी ऐसी कि हम दीवाने मुसलसल उदास रहने लगे

अज़ीम लोग थे टूटे तो इक वक़ार के साथ किसी से कुछ न कहा बस उदास रहने लगे

तुझे हमारा तबस्सुम उदास करता था तेरी ख़ुशी के लिए हम उदास रहने लगे

उदासी एक इबादत है इश्क़ मज़हब की वो कामयाब हुए जो उदास रहने लगे

Evergreen love

Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments

*પ્રેમમય આકાંક્ષા*



અધૂરા રહી ગયેલા અરમાન

આજે પણ

આંટાફેરા મારતા હોય છે ,

જાડા ચશ્મા ને પાકેલા મોતિયાના

ભેજ વચ્ચે....



યથાવત હોય છે

જીવનનો લલચામણો સ્વાદ ,

બોખા દાંત ને લપલપતી

જીભ વચ્ચે



વીતી ગયો જે સમય

આવશે જરુર પાછો.

આશ્વાસનના વળાંકે

મીટ માંડી રાખે છે,

ઉંમરલાયક નાદાન મન



વળેલી કેડ ને કપાળે સળ

છતાંય

વધે ઘટે છે હૈયાની ધડક

એના આવવાના અણસારે.....



આંગણે અવસરનો માહોલ રચી

મૌન… Continue

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो

यूँ तो जलती है माचिस कि तीलियाँ भी

बात तो तब है जब धहकती मशाल बनो



रोक लो तूफानों को यूँ बांहो में भींचकर

जला दो गम का लम्हा दिलों से खींचकर

कदम दर कदम और भी ऊँची उड़ान भरो

जिन्दा हों तो जिंदगी कि मिसाल बनो

झूठ का साथी नहीं सच का सवाल बनो



यूँ तो अक्सर बातें तुझ पर बनती रहेंगी

तोहमते तो फूल बनकर बरसा ही करेंगी

एक एक तंज पिरोकर जीत का हार करो

जिन्दा हों तो जिंदगी… Continue

No more pink

Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment

नो मोर पिंक

क्या रंग किसी का व्यक्तित्व परिभाषित कर सकता है नीला है तो लड़का गुलाबी है तो लड़की का रंग सुनने में कुछ अलग सा लगता है हमारे कानो को लड़कियों के सम्बोधन में अक्सर सुनने की आदत है.लम्बे बालों वाली लड़की साड़ी वाली लड़की तीख़े नयन वाली लड़की कोमल सी लड़की गोरी इत्यादि इत्यादि

कियों जन्म के बाद जब जीवन एक कोरे कागज़ की तरह होता हो चाहे बालक हो बालिका हो उनको खिलौनो तक में श्रेणी में बाँट दिया जता है लड़का है तो कार से गन से खेलेगा लड़की है तो गुड़िया ला दो बड़ी हुई तो डांस सिखा दो जैसे… Continue

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी

Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
न रुलाती तू मुझे अगर दर्द मे डुबो डुबो कर
फिर खुशियों की मेरे आगे क्या औकात थी
तूने थपकियों से नहीं थपेड़ो से सहलाया है
खींचकर आसमान मुझे ज़मीन से मिलाया है
मेरी चादर से लम्बे तूने मुझे पैर तो दें डाले
चादर को पैरों तक पहुंचाया ये बड़ी बात की
यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी
मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया
Pooja yadav shawak

Let me kiss you !

Posted by Jasmine Singh on April 17, 2021 at 2:07am 0 Comments

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है खुद के दर्द पर खामोश रहते है जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है वो जो हँसते…

Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment

वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है

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