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तुमसे दूर जाऊ भी तो कैसे ?
नाराज़गी अपनी दिखाऊ भी तो कैसे?
दो घड़ी का साथ मिलता है तुम्हारा
उससे भी व्यर्थ गवाउ भी तो कैसे?
बिन तेरे जो वक़्त गुजर गया,
जाने कितना कुछ सीखा गया!
हर एक छोटी -छोटी बाते ,
दो पल में तुझे बताऊ कैसे?
तुमसे दूर जाऊ भी तो कैसे ?
नाराज़गी तेरी मिटाऊ भी तो कैसे ?
दो घड़ी का साथ मिलता है तुम्हारा,
उससे व्यर्थ गवाउ भी तो कैसे?
दोस्ती का रिश्ता जितना प्यारा पाया,
किसी और नाम से तुझे बुलाऊ कैसे ?
तुम कहते…
Added by Geeta Negi on August 31, 2020 at 1:46pm — 1 Comment
प्रेशर और डेड लाइन में
काम करने का,
अपना मज़ा है !
सब कुछ भुला कर,
मंज़िले हासिल करने का,
अपना मज़ा है!!
जब दिल और दिमाग कही और हो!
हर पल मन मार कर,
कुछ किया तो क्या किया?
वक़्त का पता भी न चले
और सर पे सवार जूनून हो,
कुछ इस तरह देर रात जागके,
मन चाहा काम करने का
अपना मज़ा है !
@Geeta Negi
Added by Geeta Negi on August 30, 2020 at 11:25pm — No Comments
फुर्सत में हम खुदको
कुछ इस तरह मशरूफ रखते है
दर्द में ख़ुशी को और
ख़ुशी में गम को ढूंढ लिए करते है !
मिलजाये अगर कोई वजह दर्द की तो
दर्द में ख़ुशी ,ख़ुशी में गम छुपा लेते है ,
बेवजह आज भी यूही मुस्कुरा लेते है ,
फुर्सत में उससे जब भी याद कर लेते है!
साथ बिताये पल याद आ जाये अगर
तो उन्हें याद कर मुस्कुरा लेते हैं…
Added by Geeta Negi on August 30, 2020 at 7:18pm — No Comments
Added by Geeta Negi on August 30, 2020 at 3:33pm — No Comments
ज़िन्दगी को सुन्दर मानते थे हम,
उसके हर एक पल को जीना चाहते थे हम ,
जिंदगी की चाहत में जाने कितने अपनों से रुठ गए
जाने कितने दूर हो गए,
पर ज़िंदगी के आखरी पलो में ,
कितना कुछ कहने का मन करता है !
जिनसे जान बूझकर रूठ गए थे
उन्हें मानाने ,अनकही बाते सुनाने का मन करता है !
जिन्हे इंतज़ार करवाते रहने का एहसास तक न था
आज उन संग दो घड़ी बिताने का मन करता है !
इन आखरी पलों में एहसास हुआ जैसे
जिंदगी से सुन्दर तो मौत है ,
जब भी वो सामने आती है…
Added by Geeta Negi on August 30, 2020 at 1:05am — 1 Comment
"वो सूरज है दिन के उजाले में
और चाँद है मेरी रातो का!
झुलसती हु तपिश में जिसकी ,
सूरज बन वो, दिन रोशन कर जाता है !
वक़्त गुजरते, शाम ढले जब,
घनघोर अँधेरा छाता हैं,
रूप बदल वो, सावर्या
चाँद, मेरा बन जाता है!
रात डूबा कर, चांदनी में,
मुझे शीतल कर जाता है !
वो सूरज और चाँद है मेरा,
देखो कैसे बेहलाता है?
वो सूरज और चाँद हैं मेरा
कुछ ऐसे मुझे सताता है! "
@Geeta Negi…
Added by Geeta Negi on August 30, 2020 at 12:47am — No Comments
शौर में चीख,
सुनाई नहीं देती!
किसी के अंदर की आवाज़,
बाहर नहीं आती,
कोई देख के चीज़े,
अंदेखा करता है !
तो कोई बिन आँखों के,
सब देख लेता हैं!
कुछ हादसे,
यु घट जाते है,
भीतर से हमे,
हिल्ला जाते है !
मन केहता है,
कैसे अनदेखा कर दू इसे?
और धीमे हलक से
आवाज़ बहार आती है !
बाहर के शौर में,
वो दबी रह जाती है !
अंतर मन में ,
द्वंध मचा कर जाती है !
अजब - गजब की ये दुनिया है,
कोई…
Added by Geeta Negi on August 30, 2020 at 12:00am — No Comments
मिठाई खाने का मज़्ज़ा
बचपन में कुछ यु आता था
माँ देती थी पूरा लड्डू
जो टुकटो में खाया जाता था !
थोड़ा खा के ,
थोड़ा बचा के रखते थे
सब का ख़त्म हो जाने पे
जिससे निकल हम खाते थे !
वो थोड़ा थोड़ा टूकडा उस वक़्त
बेहद मीठा हो जाता था
जब खाते वक़्त उसको
चुपके से कोई खा जाता था !
अब वो मज़ा नहीं रहा खाने में
अब नहीं रही बात चुरा के खाने में
जो मज़ा आता था बाँट के खाने में
नहीं मिलता पुरा लड्डू खाने में…
Added by Geeta Negi on August 29, 2020 at 2:07pm — 1 Comment
जिन्हे इश्क़ है आज़ादी से,
अक्सर लम्बी उड़ान भरते है ;
सारा जहाँ जिसका हो,
वो परिंदो सा उड़ा करते है!
ना ख़्वाहिशे ज़ंजीरें बनती है ,
ना कदम डगमगाते हैं
ज़िंदगी में कोई भी मुश्किल आये
वो पल में हल कर जाते है !
जिन्हे इश्क़ है आज़ादी से,
वो कहाँ बंधन में बांधते हैं?
नील गगन पुकारे जिनको
ज़मी पे कहाँ रह पाते हैं?
@Geeta Negi…
Added by Geeta Negi on August 28, 2020 at 10:57pm — No Comments
कच्ची उम्र के साथी,
याद रेह जाते है!
छुप-छुप कर, वो बातें करना ,
एक-दूजे घर, मिलने जाना ,
बुक्स की अदला-बदलि करना,
वो देर तक दरवाज़े पे, बातें करना ,
याद रेह जाता है !
दोस्तों संग ठिठोली करना ,
फिर एक दूज़े संग, झगड़ा करना,
सबको मानाना ,खुद रूठ जाना !
वो छुट्टियों में प्लानिंग करना,
वो मॉर्निंग की जोग्गिंग, वो संडे की मीटिंग,
बर्थडे के प्लान्स , वो गिफ्ट की शॉपिंग ,
वो शाम की चाय संग आंटी के नुस्खे,
क्रिकेट का मैच…
Added by Geeta Negi on August 25, 2020 at 6:41pm — 1 Comment
साज़िशे वक़्त ने
कुछ इस तरह की,
उसमे मेरा
अक्स दिखने लगा है!
मासूमियत भरा बचपन
जाने कहा खोने लगा!
साजिशे वक़्त ने
कुछ इस तरह की,
ना हम रुक सके
ना आगे बढ़ सके ;
जो कभी आँखों का तारा था,
उसे ही दूर से देखते रहे!
घबराहट होती है
जमाने का चलन देख के ,
कही कोई साज़िशे
न कर ले उससे लेके,
फिर भी
शम्भु भरो से
रखा है उससे,
फिर कोई शाजिश हो
और वो मुझे से आ मिले !
@Geeta Negi…
Added by Geeta Negi on August 24, 2020 at 3:29pm — 1 Comment
"अंजाना वो लगता है,
खुदमें खोया रहता है!
अनसुलझी पहेली सा वो,
खुदमे उलझा सा रहता है!
जाने क्या तलाशे सब में?
खुदको ढूंढा वो करता है!
ढेरो सवालो के जवाब खोज़ता,
खुद सवाल बन वो फिरता है !
औरो की मन की वो जाने,
खुद कि बात ज़ुबाँ से कहाँ बोलता है ?
पल-पल में वो रूप बदलता,
कोई बेह रूपिया लगता हैं !…
Added by Geeta Negi on August 24, 2020 at 1:05am — No Comments
गोली देते है किसी को ,
खुद भी गोली खाते है !
Iodex लगा के घुटनो पे ,
काम पे चले जाते है!
खुशबू कहे या बदबू उसकी
जो सब ही को पता चल जाती है !
हाल ठीक नहीं हमारा
सब को खबर हो जाती है!
पर कुछ लोग यु भी आते है
जो मरहम लगाने से कतराते है
खुले ज़ख्म लिए वो फिरते हैं
जाने क्यों सब से कतराते है!
उफ़! तक न निकले दर्द होने पर
इस कदर खुदको वो आज़माते है !
गोली देते है औरो को ,
खुदके ज़ख्म सेहलाते है!
@Geeta Negi
Added by Geeta Negi on August 24, 2020 at 1:00am — No Comments
"बे-इन्तेहा मोहब्बत के बदले,
इंतज़ार हासिल होता है !
इज़हार के बदले,
वो थाम के बैठते है
जो उनका दिल,
अक्सर उन्हें
सिर्फ
बेक़रार दिल हासिल होता है !
उड़ा कर ले जाता है, कोई और ,
उसके मेहबूब को,
और
आशिक़ बेचारा,
शराफत से,
चाँद का इंतज़ार करता रह जाता है !"
@Geeta Negi…
Added by Geeta Negi on August 22, 2020 at 11:38pm — No Comments
तू इंकार करता है,
दिल इकरार समझता है !
कानो के बदले,
शब्दों को तेरे ,
अपने दिल से सुनती हूँ!
वो कहता है , छोड़ जाने को ,
ज़ेहन, साथ रहने को केहता है !
तेरा हर शब्द जो तुझसे,
मुझको दूर करता है!
कांनो से होकर, कही लुप्त हो जाता है !
सुनाई नहीं देते अलफ़ाज़,
कानो को बहरापन आ जाता है!
बड़ा ज़िद्दी …
ContinueAdded by Geeta Negi on August 22, 2020 at 11:30pm — No Comments
लम्हों को, कैद कर लेते है हम!
बेवजह खुदको, निहार लेते है हम!
वक़्त बीत जाता है, कुछ यादे दे कर!
उन यादों को, कमरे में कैद कर लेते है हम !
वो नज़र, जो कमरे के उस पार से,
देखती थी कभी,
वो जो परफेक्ट क्लिक
सही वक़्त पे, लिए करती थी !
उस केमरे के,…
ContinueAdded by Geeta Negi on August 22, 2020 at 11:00pm — No Comments
वो साथ होते, तो कुछ और बात होती ,
नयी-नयी सी, हर मुलाकात होती !
देर तक सोते, बाहो में उनकी ,
अलसायी सी सुबह, और मीठी होती !
वो पास में होते, तो कुछ और बात होती!
चेहरे से उनके, नज़र नहीं हटती ,
उन्हें और सुन्नते रहने की इच्छा रहती ,
उनके साथ बैठते , जाने कब शाम होती ,
वो साथ होते , तो कुछ और बात होती !
चाय संग करते ढेरो बातें ,
कह देते उन्हें मन की सारी बाते,
यूही रहते पास हम,
यही इक ख्वाहिश होती !…
Added by Geeta Negi on August 19, 2020 at 5:00pm — No Comments
जहाँ देखा, कुछ अनचाहा दिखा,
मन में द बा हुआ था जो,
अक्सर मुझे, वो दुनिया में दिखा !
जिस शक्श को भी देखा,
परेशां सा दिखा!
खुदमें खोया हुआ ,
किसी और को समझाता दिखा!
तलाशता रहा मन
जिसे, किसी दूसरे में,
वो भाग मेरा अपना ,
मुझे, मुझे ही मिला!
@Geeta…
Added by Geeta Negi on August 19, 2020 at 12:00pm — No Comments
"जिस्म के बिच रूह कही खो सी जाएगी,
बदलते रहेंगे जिस्मो को, कपड़ो कि तरह,
रूह जो कभी अमर हो जाएगी!
किस-किस में तलाश करेंगे?
अपनों की रूह को ,
हर चेहरे में अपना-सा कोई नज़र आएगा,
कभी जिस्म जाना पहचाना होगा,
कभी अनजाने जिस्म में,
किसी अपने कि रूह नज़र आएगी !
बहुत खौफ नाक हो जाएगी ज़िन्दगी,
जब किसी पे भरोसा करना मुश्किल हो जायेगा!
ना मौत का खौफ रहेगा,
ना ज़िन्दगी से प्यार,
कपड़ो सा जिस्म बदलेगा इंसान,
रूह जो कभी अमर हो…
Added by Geeta Negi on August 18, 2020 at 11:30pm — No Comments
"वक़्त कम सा लगता हैं,
अपनों संग बिताने को!
मज़बूरी कि दूरियों में
सारा उम्र कटता हैं !
गुज़रता जाता पल,
आखरी वक़्त याद दिलाता हैं,
बहुत कम समय रह जाए तो,
अपनों कि याद दिलाता हैं!
बेहिसाब वक़्त मिल जाये तो,
एहसास ख़त्म हो जाता है !"
Added by Geeta Negi on August 18, 2020 at 9:25pm — No Comments
Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:19pm 0 Comments 0 Likes
Posted by Hemshila maheshwari on March 10, 2024 at 5:18pm 0 Comments 0 Likes
Posted by Hemshila maheshwari on September 12, 2023 at 10:31am 0 Comments 1 Like
Posted by Pooja Yadav shawak on July 31, 2021 at 10:01am 0 Comments 1 Like
Posted by Jasmine Singh on July 15, 2021 at 6:25pm 0 Comments 1 Like
Posted by Pooja Yadav shawak on July 6, 2021 at 12:15pm 1 Comment 2 Likes
Posted by Pooja Yadav shawak on June 25, 2021 at 10:04pm 0 Comments 3 Likes
Posted by Pooja Yadav shawak on March 24, 2021 at 1:54pm 1 Comment 1 Like
वो जो हँसते हुए दिखते है न लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
पराये अहसासों को लफ़्ज देतें है
खुद के दर्द पर खामोश रहते है
जो पोछतें दूसरे के आँसू अक्सर
खुद अँधेरे में तकिये को भिगोते है
वो जो हँसते हुए दिखते है लोग
अक्सर वो कुछ तन्हा से होते है
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