यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी

यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया न रुलाती तू मुझे अगर दर्द मे डुबो डुबो कर फिर खुशियों की मेरे आगे क्या औकात थी तूने थपकियों से नहीं थपेड़ो से सहलाया है खींचकर आसमान मुझे ज़मीन से मिलाया है मेरी चादर से लम्बे तूने मुझे पैर तो दें डाले चादर को पैरों तक पहुंचाया ये बड़ी बात की यूँ ही मिल जाती जिंदगी तो क्या बात थी मुश्किलों ने तुझे पाने के काबिल बना दिया Pooja yadav shawak